प्राचीन युग मे लोग एक दूसरे को हमेशा मदद करना चाहते थे। सभी लोग अपने बच्चों को सत्य बोलने और सत्य के राहों पर चलने के लिए प्रेरित करते रहते थे। आज के आधुनिक युग में पिता और बच्चों का संबंध ही खत्म हो चुका है। यहां लोग एक दूसरे को ठगने के चक्कर में रहते है। पुराने जमाने में लोग मनोरंजन के लिए रेडियो या तरह - तरह के गीत संगीत से अपना समय व्यतीत करते है। आज के बच्चे हाथ में मोबाईल लेकर जगते है और सोते हैं तो मोबाईल से ही । आज कल के बच्चे यूट्यूब और रील मे अपना समय बर्बाद कर रहे है। बच्चों में एजुकेशन का ग्राफ गिरता जा रहा है। बच्चें पुस्तकों से दूर होते जा रहे हैं। हमारी संस्कृति डिजिटल युग के तरफ तो बढ़ रहा है लेकिन इसके फायदे के साथ साथ हम लोगो के पीढ़ी को भी अंधेरे में धकेल रही है। पुरानी संस्कृति धीरे धीरे समाप्त हो रही है। हम लोगो को अपनी संस्कृति के बारे में अपने आने वाली पीढ़ी को बताना होगा ताकि उसकी सुरक्षा हो सके।