Meaning of प्यास in English
- A sensation of dryness in the throat associated with a craving for liquids, produced by deprivation of drink, or by some other cause (as fear, excitement, etc.) which arrests the secretion of the pharyngeal mucous membrane; hence, the condition producing this sensation.
- Fig.: A want and eager desire after anything; a craving or longing; -- usually with for, of, or after; as, the thirst for gold.
- To feel thirst; to experience a painful or uneasy sensation of the throat or fauces, as for want of drink.
- To have a vehement desire.
- To have a thirst for.
- The state of being thirsty; thirst.
Meaning of प्यास in English
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- एक द्वंद है, एक छंद है, टूटा हुआ सा मृदंग है। कुछ आस है, कुछ पास है, कुछ अधूरी सी प्यास है। एक चाह है, ना राह है, लेकिन नहीं परवाह है.....
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- सावन की प्यास
- #poetry शिर्षक:"देखो,आज मेरी तबियत कुछ उदास है "
देखो, आज मेरी तबियत कुछ उदास है,
आवाज नहीं आ रही, गले मे खरास है ।
देखो बेदिली, ये मौसम पल मे है बदल रहा,
हो रहा है असर, सारा बदन बदहवास है ।
किसी की चाहत है भरी दिल मे,
और लगता है वो कहीं आस- पास है ।
कहीं तो कमी है किसी की, बस यु लगता है
की, बिन उसके, जिंदगी उदास है ।
दिल नही लगता अब कहीं, जीश्म का
तापमान ,सामान्य से कहीं उपर है ,
यू लगता है की यह प्रीत की प्यास है ।
मन हैरान- परेशान, क्या है समाधान,
जी मे जागृत एक अनजाना एहसास है ।
जो ओढ़ना चाहता है यह बदन,
वह एक अनोखा कीमती लिबास है ।
देखो, आज मेरी तबियत कुछ उदास है,
आवाज नहीं आ रही, गले मे खरास है ।
~ Author Munna Prajapati
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- #poetry शिर्षक :" हम बेवक़्त मे वक़्त के गुजारे निकले "
हम बेवक़्त मे वक़्त के, गुजारे निकले,
वो जीत गए हमसे और, हम हारे निकले ।
हो गया कोई धनी इश्क़ के बाजार में,
जो भी थे मेरे हिस्से मे, खसारे निकले ।
हम उन्हे ढूढ़ते रहे, समंदर के भवर में,
और वो हमे छोड़कर, किनारे निकले ।
हमारा वजूद मिट गया होता मगर..
कसहुँ...हम तिनकों के सहारे निकले ।
हम सोचते थे उनका सब कुछ, हम ही हैं,
जरा नाराज हुए, उनके अपने हजारों निकले ।
लगा जन्नत मिल गयी उन्हे, दोलत पाकर,
दिनों बाद सड़क पर, हाथ पसारे निकले ।
जोरों से प्यास लगी, बुझाने को लपका,
पीने गया, पानी, समंदर जस खारे निकले ।
नजरें झुकी, ख़ाबों मे भर के खजाने मिले,
और खुली तो...औरों के नजारे निकले ।
जो देखा एक मर्तबा, खुली आसमॉं के तरफ,
सांसे रुकी और... मौत के इशारे निकले ।
दौलत की चाह ने ,उनपर शिकस्त किया,
लगी खंजर उनके सीने मे,जान हमारे निकले ।
✍️ Author Munna Prajapati
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- #lyrics #Hindi कैसे जिये कोई....
मेरे सीने मे तो दिल ही नहीं,
बिना दिल के कैसे जिये कोई,
घुट घुट कर मर रहा है , याद
उसे अब कर रहा है...
मेरी सासों को धड़कन से
मिला दीजे कोई....
मेरे सीने में तो ...... बिना दिल... ..
हर धड़कन में प्यास है उसकी,
आँखों में तो उसी की तस्वीर है...
बिन मिले ही बिछड़ गए हम,
ऐ खुदा ये कैसी मेरी तकदीर है ... ।
ये जहाँ मुझसे छुटे, सासों की माला अब टूटे....
सुख रहा है पेड़ ना सीचे कोई...
मेरी सांसों को धड़कन से
मिला दीजे कोई...
मेरे सीने मे..... बिना दिल.......
नही दिख रहा ये जमी ये आसमा,
छुप रहें हैं मुझसे अब चाँद सितारे...
कोई रंग अब ना रंगीन लगे,
फिके लग रहें हैं ये जहाँ के नज़ारें... ।
किस्मत है शायद मुझसे रूठे, बीत रहें
हैं दिन जवानी के अनूठे...
हर पल मुझे उसी के तरफ खिचे कोई....
मेरी सांसों को धड़कन से
मिला दीजे कोई...
मेरे सीने मे....... बिना दिल.......
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
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