एक द्वंद है, एक छंद है, टूटा हुआ सा मृदंग है।
कुछ आस है, कुछ पास है, कुछ अधूरी सी प्यास है।
एक चाह है, ना राह है, लेकिन नहीं परवाह है.....
30 December 2023
एक द्वंद है, एक छंद है, टूटा हुआ सा मृदंग है।
कुछ आस है, कुछ पास है, कुछ अधूरी सी प्यास है।
एक चाह है, ना राह है, लेकिन नहीं परवाह है.....