Meaning of दिशा in English
- The act of directing, of aiming, regulating, guiding, or ordering; guidance; management; superintendence; administration; as, the direction o/ public affairs or of a bank.
- That which is imposed by directing; a guiding or authoritative instruction; prescription; order; command; as, he grave directions to the servants.
- The name and residence of a person to whom any thing is sent, written upon the thing sent; superscription; address; as, the direction of a letter.
- The line or course upon which anything is moving or aimed to move, or in which anything is lying or pointing; aim; line or point of tendency; direct line or course; as, the ship sailed in a southeasterly direction.
- The body of managers of a corporation or enterprise; board of directors.
- The pointing of a piece with reference to an imaginary vertical axis; -- distinguished from elevation. The direction is given when the plane of sight passes through the object.
- The fleshy or muscular part of the side of an animal, between the ribs and the hip. See Illust. of Beef.
- The side of an army, or of any division of an army, as of a brigade, regiment, or battalion; the extreme right or left; as, to attack an enemy in flank is to attack him on the side.
- That part of a bastion which reaches from the curtain to the face, and defends the curtain, the flank and face of the opposite bastion; any part of a work defending another by a fire along the outside of its parapet.
- The side of any building.
- That part of the acting surface of a gear wheel tooth that lies within the pitch line.
- To stand at the flank or side of; to border upon.
- To overlook or command the flank of; to secure or guard the flank of; to pass around or turn the flank of; to attack, or threaten to attack; the flank of.
- To border; to touch.
- To be posted on the side.
Meaning of दिशा in English
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- हिन्दी की दशा और दिशा
- आइए हम जीवन को आसान बनाएं,
कोई भी इस दुनिया से जिंदा नहीं निकलेगा। जिस जमीन के लिए आप लड़ रहे हैं और मारने को तैयार हैं, उस जमीन को कोई छोड़ गया है, वह मर चुका है, सड़ा हुआ है, और भुला दिया गया है। तुम्हारा भी यही हाल होगा। आने वाले 150 वर्षों में, आज हम जिन वाहनों या फोनों का इस्तेमाल अपनी शेखी बघारने के लिए कर रहे हैं, उनमें से कोई भी सदैव का साथी नहीं होगा। बीको, जीवन को आसान बनाओ । बहोत खुशी होती है मन को किसी को वास्तव में खुश करने मे, करके तो देखो ।
प्रेम को आगे बढ़ने दो। आइए एक दूसरे के लिए वास्तव में खुश रहें। कोई द्वेष नहीं, कोई चुगली नहीं। कोई ईर्ष्या नहीं। कोई तुलना नहीं। जीवन कोई प्रतियोगिता नहीं है। यह हमारा सौभाग्य है जो मनुष्य का तन मिला है । दिन के अंत में, हम सभी दूसरी तरफ पारगमन करेंगे। यह सिर्फ एक सवाल है कि वहां पहले कौन पहुंचता है, लेकिन निश्चित रूप से हम सभी किसी दिन वहां जाएंगे।
ये जीवन तो बिल्कुल सरल है, इसे दुखी और कठिन हम खुद ही बना देते हैं अन्य लोगों से तुलनात्मक भाव रखकर, इर्ष्या करके । हम क्यूँ दुखी होते हैं किसी की खुशी को लेकर , किसी को सफल देखकर! लेकिन नहीं...
जिस प्रेम से हमारा जन्म हुआ है हम उसी के दुश्मन हैं । बदलो खुद को दुनिया खुद ब खुद बदल जायेगी । ये संसार तो हम ही से है । जो रवैया अभी है यदि ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन सर्वनाश निश्चित है । समझो ना,,तुम्हे तो उपर वाले ने सोचने समझने की शक्ति तो दी है । यहाँ अत्यधिक लोग अपनी ऊर्जा का उपयोग किसी दूसरे को मिटाने मे कर रहें हैं । ऊर्जा सही दिशा में लगाओ । जरा सोचो हमारे देश में 140 करोड़ लोग हैं, यदि सभी लोग एक दिशा में चलें तो हम कहा पहुँच सकतें हैं..... सोचो और चलो..... ।
~ Author Munna Prajapati
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