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यूँ तो सभी में एक किरदार होता है

29 January 2024

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यूँ तो सभी में एक किरदार होता है


किसी में अच्छा तो किसी में बेकार होता है


कोई निभाता है वफ़ाएँ बड़ी शिद्दत से


तो कोई मुद्दतों से ग़द्दार होता है


हालाँकी बेक़सूर है हर वो शख़्स जो ग़द्दार होता है


क्योंकि ये वो नहीं उसका किरदार होता है


उसे तो हर शख्स से प्यार होता है मगर


उसपे किसी और का अधिकार होता है


दुनियाँ देखती है बड़ी नफ़रत से जिसे


वो भी प्यार का हक़दार होता है


बुरा वो नहीं उसका किरदार होता है


यूँ ही ठुकराते हैं लोग जिसे


वो भी सहारे का हक़दार होता है


यूँ तो हर शख़्स यहाँ समझदार होता


फिर ये कहाँ समझता है की


किरदार तो किरदार होता है.

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fanindra's Diary
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लिखना तो चाह रहा हूँ सब कुछ मगर कुछ बातें हैं जो बयां नहीं हो सकतीं इसलिए कुछ अल्फ़ाज़ों में अपने अन्दाज़ से कुछ लिख रहा हूँ और मेरे ख़्याल से इतना ही काफ़ी हैं अगर पढ़ने में दिलचस्पी है आपकी मैं हूँ फणींद्र भारद्वाज जयपुर राजस्थान से जिसे आप गुलाबी नगर से भी जानते हैं लिखने का शौक़ है और कुछ खामोशियों की ज़िद्द भी है लफ्जों में उतरने की इसलिए लिखता हूँ क्योंकि ख्वाहिशें तो मार दिन बहुत कम से कम इन खामोशियों को बचा लूँ बस इस लिये इन्हें अल्फ़ाज़ों के ज़रिए काग़ज़ों पर उतार रहा हूँ उम्मीद है कि कोई पढ़ेगा ज़रूर मेरी खामोशियों की चीख को
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