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प्यार की भाषा

27 October 2022

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कह दिया
आज उनसे मैंने
वो भी समझ गई
आँखों की भाषा
मेरी अभिलाषा
फेंका था उसने
नज़रों का पाशा
उसमें से उभरी
प्यार की आशा
और बदल गयी
फिर नज़र की भाषा
हकीकत थी एक ओर
दूसरी तरफ चरित्र का खुलासा
मैंने देखा सिर्फ मन
लेकिन नज़र के कटघरे 
में खड़ा था सच्चा मन 
बदल गई थी ज़माने के 
साथ प्यार की भाषा ।

अजय निदान 
सर्वाधिकार सुरक्षित 
9630819356


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