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उसके मन में झांका तोबहुत गहरी ख़ामोशी थी अंदर ना कोई हलचल थी ना कोई आवाज़ जैसे किसी तूफ़ान ने तोड़कर उसे बिखेर दिया हो रेत बनाकर अभी - अभी गुज़रा हो जैसे चक्रवात उड़ा ले गया उसका जह