मेरी कामयाबी की शुरुआत कुछ इस तरह से हुई पहले थोड़ी मुसीबतें आई उलझाने यहीं पर थी मैं कैसे खड़ा ना सीखा पहले कितना सीखा फिर मैंने सच को स्वीकार न सीखा तभी मेरा हौसला और पढ़ता रहा मैंने पहली ऐसी कविताएं लिखी जो लोग को पसंद आने लगी पर यह तो अभी शुरूआत है इसलिए मैं खुद ही मेरी कविताओं को ज्यादा पसंद नहीं करते और मुझे उम्मीद है कि मेरी सफलता की उड़ान एक दिन मेरी मंजिल तक पहुंचा देगी धन्यवाद