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मैं अनिल कुमार जसवाल गांव गगरेट जिला ऊना हिमाचल प्रदेश का रहने वाला हूं।मैं पबलिशड औथर हूं।मेरी चार कविताओं की किताबें शीर्षक " इंद्रधनुष, सबरंग, मानवता नहीं हारेगी, जिंदगी सतरंगी" के साथ आ चुकी हैं।मैं कहानियां, गीत, लघु नाटिकाएं और बैव सीरीज भी लिख चुका हूं।मेरी रचनाओं को पुरस्कृत भी किया गया है। मुझे एक लेखनी पोर्टल द्वारा" स्टार परफार्म आफ द वीक " भी घोषित किया गया है।

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Anil Kumar Jaswal's Diary

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आज के युग में भी डिग्री।(@दैनिक)

2 April 2023
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सचमुच बहुत हैरान और परेशान हो जाता हूं।जब व्यक्ति की योग्यता का पैमाना डिग्री लगाया जा रहा है। क्या एक सफेद कागज चाहे उसे किसी भी ढंग से हासिल कर लिया जाए।वो व्यक्ति की योग्यता का पैमाना हो सकता है।या

स्थिती गंभीर लेकिन नियंत्रण में।(@दैनिक)

31 March 2023
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कोविड महामारी का दानव फिर से सर उठा रहा है।सोमवार को 61 केसिज पोजिटिव थे।वो बढ़कर मंगलवार को दौगुने से भी अधिक 155 हो गये थे। सबसे अधिक पुणे में पाए गए।बाकि नासिक, शोलापुर, सांगली इत्यादि में भी कुछ क

कलयुग में रामराज्य की कल्पना।(@दैनिक)

30 March 2023
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आज प्रभु राम का जन्मदिन।‌ हमारे अराध्य। सब देश वासियों को इसकी तहदिल से वधाई।प्रभु राम को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा गया।‌‌यनि उन्होंने मनुष्यों को जीवन में कैसा आचरण करना चाहिए।इसको स्वयं सबके सामने क

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