कोविड महामारी का दानव फिर से सर उठा रहा है।सोमवार को 61 केसिज पोजिटिव थे।वो बढ़कर मंगलवार को दौगुने से भी अधिक 155 हो गये थे। सबसे अधिक पुणे में पाए गए।बाकि नासिक, शोलापुर, सांगली इत्यादि में भी कुछ केसिज मिले हैं। जिनमें से कुछ को डिस्चार्ज कर दिया गया।एक की मौत हो गई। मुझे लगता है।ये देख स्वास्थ्य मंत्रालय की आंखें खुलनी चाहिए।और महामारी आगे न फैले। इसके उपचार के बारे में सोचना चाहिए।ये अधिकांश केसिज देश के बाहर से आने वाले हवाई यात्रियों पर आरटीपीएस टैस्ट करने के बाद पाए गए।अब कुछ को जिनोम सिक्युंसीं के लिए भेजा गया है।
मेरा मानना है।कि जहां भी जन समुह हो। वहां मास्क आवश्य लगाएं। और अपने परिचित लोगों से ही स्पर्श करें।हर जगह रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और हवाई अड्डे में एक एंटरैस प्वाइंट बनाएं। वहां से ही हर कोई गुजरे।उस एंट्री प्वाइंट पर कोविड की जांच की जाए।और अगर कोई पोजिटिव पाया जाता है।तो उसे सीधा कुवैरटाइन कर दें।अब तो सीधे नाक में डरोपस डालने वाली कोविड की दवाई भी आ गई है।तो जो टिका लगवाने में असमर्थता दिखा रहे थे।वो अब डरोपस भी नाक में डाल सकते हैं।और अपनी प्रतिरोधक शक्ति बढ़ा सकते हैं।