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जिंदगी इंसान में कोई महत्व नही

आज एक ़साहब रोज की तरह अपनी चाय पीने के लिए आए।साथ में बेटा और बहू थी औरउनका अपना पौता भी था। तभी वो बहू उर्वशी से पूछ बैठे कि बहू उर्वशी आज तो मिठाई या कुछ मिठ्ठा बना होगा ही। तो मेरे लिए बिना मिटठ्ठे की खीर थोड़ी सी निकाल देना।। क्योंकि आज उन

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22 September 2022