यह कहानी एक मुनि और सुदाही की प्रेम यों राम्या का युद्ध कथा है। मुनि जो की सुदाही को पाने के लिए भेष बदल कर मठ में चला जाता है और सुदाही को लेकर वहा से निकल जाता है, परंतु दोनो का कोई ठिकाना नहीं था, वहीं राम्या सात साल का बच्चा था, वह बहुत ज्ञानी था, लेकिन राम्या के गुरु राम्या को कम उम्र में ही युद्ध के मैदान में भेज देते हैं, जिसमें एक महिला की जान चली जाती है और उस महिला का बच्चा राम्या को देखकर दंग रह जाता है और उस बच्चे का पालन-पोषण राम्या करती है। जब राम्या उस बच्चे को उठाकर अपने घर ले आती है तो राम्या की मां डर जाती है फिर आगे क्या हुआ होगा? राम्या की मां उस बालक को देख कर क्यू डर जाती है अर्थात मुनि और सुदाही की प्रेम कहानी किस ठिकाना तक जाती है? जानने के लिए पढ़ते रहिए "Ramya Yuddh - Ek Prem Katha" सिर्फ "shabd.in" पर।