दुनिया की हर चीज़ पाने की कोसिस में लोग अपने बर्तमान को एस तरह भूल जाते की मानो आज था ही नहीं। मैं के साथ जब लोग अपनों को भी खो जाते ओर अंतः में मैं ही रह पाया ओर साथ कोई न था। प्यास केवल अपने भूख को ही ख़तम कर पाता है । एसलिए ये एक युगो युगो चलने वाला सोच है जो आपनो के साथ अपने को खा जाता है।