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क्षितिज के उस पार

7 January 2023

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मेरी कलम से ✍️

"क्षितिज के उस पार"
.................................

निर्निमेष तकता रहा क्षितिज के उस पार
आशा के नव स्पंदन से झंकृत हुआ
विदीर्ण, निराश हृदय बार बार
ऊर्जा के अजस्र स्रोत फूटे लगातार

तिमिरच्छादित व्योम में नव प्रकाश कहता बार बार
दुखों की कारा की बेड़ियां टूटेंगी मत हार
कर संघर्ष दुधर्ष जीवित रख जिजीविषा
अरुणिम अरुण का उदय हुआ क्षितिज के उस पार

दुःख के स्यन्दन से क्षत मन को आशा दे बार बार
कष्ट को नष्ट कर तू उल्हास कर हर बार
तिमिर तिरोहित हो रहा खुल गया आशा का नव द्वार
सुख सविता का उदय हुआ मत हृदय हार
🙏🙏 सतीश मोदनवाल 🙏🙏
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फर्क पड़ता है

5 January 2023
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मेरी कलम से✍️फर्क पड़ता है.....**********************मुझे फर्क नहीं पड़ता.....अज़ानों और प्रार्थनाओ सेमंदिर ,मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारों सेअपने पापों के प्रायश्चित के लिएस्वयं से गढ़े गए अल्लाह और भगवान स

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क्षितिज के उस पार

7 January 2023
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मेरी कलम से ✍️"क्षितिज के उस पार".................................निर्निमेष तकता रहा क्षितिज के उस पारआशा के नव स्पंदन से झंकृत हुआविदीर्ण, निराश हृदय बार बारऊर्जा के अजस्र स्रोत फूटे लगातारतिमिरच्छाद

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बेटियां

9 January 2023
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मेरी कलम से ✍️"बेटियां "…....................शशि का है दुर्भाग्य बहुत रोता हैथोपित कलंक का बोझ व्यर्थ ढोता हैजब श्वेत धवल राकेश दोष से बच न पायाआखिर ऐसा कौन? जिसपे मानव ने न तर्जनी उठायासीता थी अकलंक

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