Meaning of रखना in English
- of Belay
- One who intends.
- To care; to desire.
- To hold; to restrain from departure or removal; not to let go of; to retain in one's power or possession; not to lose; to retain; to detain.
- To cause to remain in a given situation or condition; to maintain unchanged; to hold or preserve in any state or tenor.
- To have in custody; to have in some place for preservation; to take charge of.
- To preserve from danger, harm, or loss; to guard.
- To preserve from discovery or publicity; not to communicate, reveal, or betray, as a secret.
- To attend upon; to have the care of; to tend.
- To record transactions, accounts, or events in; as, to keep books, a journal, etc. ; also, to enter (as accounts, records, etc. ) in a book.
- To maintain, as an establishment, institution, or the like; to conduct; to manage; as, to keep store.
- To supply with necessaries of life; to entertain; as, to keep boarders.
- To have in one's service; to have and maintain, as an assistant, a servant, a mistress, a horse, etc.
- To have habitually in stock for sale.
- To continue in, as a course or mode of action; not to intermit or fall from; to hold to; to maintain; as, to keep silence; to keep one's word; to keep possession.
- To observe; to adhere to; to fulfill; not to swerve from or violate; to practice or perform, as duty; not to neglect; to be faithful to.
- To confine one's self to; not to quit; to remain in; as, to keep one's house, room, bed, etc. ; hence, to haunt; to frequent.
- To observe duty, as a festival, etc. ; to celebrate; to solemnize; as, to keep a feast.
- To remain in any position or state; to continue; to abide; to stay; as, to keep at a distance; to keep aloft; to keep near; to keep in the house; to keep before or behind; to keep in favor; to keep out of company, or out reach.
- To last; to endure; to remain unimpaired.
- To reside for a time; to lodge; to dwell.
- To take care; to be solicitous; to watch.
- To be in session; as, school keeps to-day.
- The act or office of keeping; custody; guard; care; heed; charge.
- The state of being kept; hence, the resulting condition; case; as, to be in good keep.
- The means or provisions by which one is kept; maintenance; support; as, the keep of a horse.
- That which keeps or protects; a stronghold; a fortress; a castle; specifically, the strongest and securest part of a castle, often used as a place of residence by the lord of the castle, especially during a siege; the donjon. See Illust. of Castle.
- That which is kept in charge; a charge.
- A cap for retaining anything, as a journal box, in place.
- of Keep
- A holding; restraint; custody; guard; charge; care; preservation.
- Maintenance; support; provision; feed; as, the cattle have good keeping.
- Conformity; congruity; harmony; consistency; as, these subjects are in keeping with each other.
- Harmony or correspondence between the different parts of a work of art; as, the foreground of this painting is not in keeping.
- of Lie, to recline.
- Of or pertaining to the laity, as distinct from the clergy; as, a lay person; a lay preacher; a lay brother.
- Not educated or cultivated; ignorant.
- Not belonging to, or emanating from, a particular profession; unprofessional; as, a lay opinion regarding the nature of a disease.
- The laity; the common people.
- A meadow. See Lea.
- Faith; creed; religious profession.
- A law.
- An obligation; a vow.
- A song; a simple lyrical poem; a ballad.
- A melody; any musical utterance.
- To cause to lie down, to be prostrate, or to lie against something; to put or set down; to deposit; as, to lay a book on the table; to lay a body in the grave; a shower lays the dust.
- To place in position; to establish firmly; to arrange with regularity; to dispose in ranks or tiers; as, to lay a corner stone; to lay bricks in a wall; to lay the covers on a table.
- To prepare; to make ready; to contrive; to provide; as, to lay a snare, an ambush, or a plan.
- To spread on a surface; as, to lay plaster or paint.
- To cause to be still; to calm; to allay; to suppress; to exorcise, as an evil spirit.
- To cause to lie dead or dying.
- To deposit, as a wager; to stake; to risk.
- To bring forth and deposit; as, to lay eggs.
- To apply; to put.
- To impose, as a burden, suffering, or punishment; to assess, as a tax; as, to lay a tax on land.
- To impute; to charge; to allege.
- To impose, as a command or a duty; as, to lay commands on one.
- To present or offer; as, to lay an indictment in a particular county; to lay a scheme before one.
- To state; to allege; as, to lay the venue.
- To point; to aim; as, to lay a gun.
- To put the strands of (a rope, a cable, etc.) in their proper places and twist or unite them; as, to lay a cable or rope.
- To place and arrange (pages) for a form upon the imposing stone.
- To place (new type) properly in the cases.
- To produce and deposit eggs.
- To take a position; to come or go; as, to lay forward; to lay aloft.
- To lay a wager; to bet.
- That which lies or is laid or is conceived of as having been laid or placed in its position; a row; a stratum; a layer; as, a lay of stone or wood.
- A wager.
- A job, price, or profit.
- A share of the proceeds or profits of an enterprise; as, when a man ships for a whaling voyage, he agrees for a certain lay.
- A measure of yarn; a lea. See 1st Lea (a).
- The lathe of a loom. See Lathe, 3.
- A plan; a scheme.
- of Lie
- of Preempt
Meaning of रखना in English
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आप सबसे कुछ नहीं है कहना,
हम सबको मिल जुल कर है रहना - २
तिरंगे का लाज रखना.. ..
फुट मत होने देना, याद रखना,
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✍️ Author Munna Prajapati
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद... हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
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कितने जागे और कितने सो गए,
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~ ऑथोर मुन्ना प्रजापति
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- गलत लोगों का साथ रहना, बहोत हानिकारक है, ख्याल करें :-
मैं आपसे दिल की बात करूंगा। वो बात जो शायद आप सुनना नहीं चाहते, पर जो सच है।
जानते हो, जिंदगी एक सफर है। और इस सफर में हमारे साथी कौन हैं, ये बहुत मायने रखता है।
मुझे याद है, मेरा एक दोस्त था - अमन ( कल्पनिक नाम)। कितना होशियार था वो। लेकिन फिर क्या हुआ? गलत दोस्तों के चक्कर में फंस गया। धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में आ गया। आज जब उसे देखता हूं तो दिल दुखता है। वो चमकती आंखें अब खाली सी हो गई हैं।
फिर सोनू की कहानी है ( मैने कहीं पढ़ा है )। प्यार में अंधा होकर एक ऐसी लड़की से शादी कर ली जो उसे समझती ही नहीं थी। आज वो घर में रहता है, पर अकेला महसूस करता है। उसकी मुस्कुराहट कहीं खो गई है।
और रीना (यह उदाहरण ली गई है )? उसने अपने माता-पिता की बात मानकर एक ऐसे शख्स से शादी कर ली जो उसे पसंद ही नहीं था। आज वो जिंदा है, पर जी नहीं रही।
मैं ये सब देखकर सोचता हूं - क्यों हम अपनी जिंदगी को इतना कम आंकते हैं? क्यों हम गलत लोगों को इतनी अहमियत देते हैं?
दोस्तो, समझो। गलत लोग सिर्फ हमारा वक्त ही नहीं बर्बाद करते, वे हमारी रूह को भी तोड़ देते हैं। वे हमारे सपनों को कुचल देते हैं। हमारी हंसी छीन लेते हैं।
लेकिन याद रखो, अभी भी देर नहीं हुई है। अगर आप गलत लोगों से घिरे हुए हैं, तो बाहर निकलने की हिम्मत जुटाओ। हां, मुश्किल होगा। दर्द होगा। लेकिन ये दर्द उस दर्द से कम होगा जो आप अपनी पूरी जिंदगी गलत लोगों के साथ रहकर झेलोगे।
अपने आप से प्यार करो। अपने सपनों को अहमियत दो। सही लोगों को अपनी जिंदगी में जगह दो। वो लोग जो आपको ऊपर उठाएं, आपको प्रेरित करें, आपकी खुशियों में खुश हों।
क्योंकि अंत में, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे उन लोगों के साथ जियो जो इसे खूबसूरत बनाते हैं, न कि बर्बाद करते हैं।
माँ बाप को भी अपने बच्चों के प्रति विचार करने का आग्रह करता हूँ । जो अपने बच्चों को पुराने उसूलों पर चलाते हैं और अपने अनुसार उनके भविष्य को निश्चित करना चाहते हैं ।
नही ऐसा क्यूँ होगा कोई, हर एक इंसान अलग अलग खूबियों से सुसज्जित है उसे अपने खूबियों पर काम करने दीजिये, वो एक दिन सर्वश्रेष्ठ साबित होगा ।
अगर आप मे काबिलियत है और आप उस जगह पर नहीं हैं तो क्यूँ नही हो! सोचो तुम्हे वही पर होना है, अगर तुम कहीं और हो तो क्यूँ!
तुम कभी सफल नही होंगे । जीवन भर संघर्ष ही संघर्ष रहेगा । कभी दिल को खुशी नही मिल सकती ।
ख्याल करो, सोचो और जो हुनर तुम मे है उसके साथ आगे बढ़ो । जो लगे की तुम्हारे लिए सही नही है, उससे खुद को किनारा कर लो । दूर हो जाओ । संगत का प्रभाव इंसान को ले डूबता है कहीं का नही छोड़ता । ये मेरी बातें कहीं लिख लेना और जीवन भर याद रखना ।
मै उतना बड़ा ज्ञानी तो नही परंतु जो मन में आया मैने समझाने की कोशिश की है अब आगे आपकी इच्छा । धन्यवाद🙏
✍️ Author Munna Prajapati
- इच्छा
- तेरा कंधे पे सर रखकर
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