यह सुनकर उज़्मा बहुत खुश हो जाती और कहती है 80 परसेंटेज फहीम कम नहीं होती और तुम्हारे नंबर बहुत अच्छे आए हैं पर उज़्मा से कहता हैं तुम जीनियस हो तुम्हारे नंबर टॉप टेन में आए हैं और तुमसे तभी लोग खुश होंगे यह मैं आशा करता हूं ! उसके बाद फहीम उज़्मा से कहता है ? उज़्मा स्कूल की कितने दिन की छुट्टियां है ? उज़्मा कहती है फहीम यह हमारे फाइनल पेपर थे और अब हमारी छुट्टियां 1 महीना 10 दिन की रहेंगी ! फहीम सोचता है के इतने दिन कैसे रहूंगा ? ना बोल सकूंगा ? ना देख सकूंगा ? कैसे हो पाएगा सब इतने में उज़्मा कहती है फहीम तुम्हारे पास कोई नंबर है जिससे मैं तुम्हें कांटेक्ट कर सकूं कम से कम मैं तुम्हारे हाल-चाल तो पूछ लिया करूंगी ! फहीम ये बात सुनकर बहुत खुश हो जाता है और कहता है क्यों नहीं मेरे पास खुद का एक फोन है जिससे तुम मुझे कांटेक्ट कर सकती हो मुझसे बात कर सकती हो ! तो उज़्मा कहती है वह नंबर मुझे तुम किसी पेपर पर लिख कर दे दो जब भी मुझे टाइम मिला करेगा मैं तुमसे तुम्हारे हाल-चाल को पूछ लिया करूंगी फहीम जल्दी से एक पेन और पेपर लाकर अपना नंबर उस पर लिख कर उज़्मा को दे देता है और दोनों अपने अपने घर चले जाते हैं पर दोनों के दिलों में एक नया ख्याल आता है ? बात तो कर लिया करेंगे पर एक दूसरे को देखा कैसे करेंगे यही सोचते सोचते दोनों घर पहुंच जाते हैं !
उज़्मा अपने मम्मी पापा और पूरे परिवार को अपना रिजल्ट दिखाती है जब उसके मम्मी पापा और भाई और सभी रिश्तेदार उसका रिजल्ट देख लेते हैं तो वह बहुत ही खुश हो जाते हैं और सभी का मुंह मीठा करवाते हुए और उज़्मा के मम्मी पापा उज़्मा से बहुत खुश होकर गिफ्ट देते हैं और वहां फहीम अपना रिजल्ट अपने पूरे परिवार को दिखाता है और उसके मम्मी पापा भी बहुत खुश हो जाते हैं और फहीम बहुत प्यार करते हैं और उज़्मा फहीम दोनों ही बहुत खुश हो जाते है उसके बाद फहीम उज़्मा कॉल का इंतजार करता है पूरा दिन बीत जाने के बाद भी उज़्मा कि कॉल नहीं आती तो फहीम सोचता है आज उज़्मा थक गई होगी इसलिए आज उसने मुझे कॉल नहीं की और शायद कल को मुझे कॉल करें पर अगले दिन भी उज़्मा कि कॉल नहीं आती ऐसे करते करते 10 दिन बीत जाते हैं और फहीम का दिल कहीं भी नहीं लगा करता था इसलिए अपना दिल लगाने के लिए वह रोजाना शाम को अपने दोस्तों के साथ घूमने जाया करता था ! एक दिन फहीम अपना फोन घर पर छोड़ कर चला जाता है और उसे ही दिन उज़्मा की कॉल आ जाती है फोन घर पर होने के कारण उज़्मा की कॉल फहीम की मम्मी उठा लेती है और उसकी मम्मी पूछती है ?
हेलो कौन ? उज़्मा डर कर कॉल काट देती है ! उसके बाद उज़्मा दोबारा से कॉल करती है फिर से कॉल फहीम की मम्मी उठा लेती हैं जैसे ही फहीम की मम्मी दोबारा पूछती है हेलो कौन तो उज़्मा बोलती है मैं फहीम कि दोस्त बोल रही है क्या फहीम घर पर है ? उसकी मम्मी बहुत प्यार से जवाब देती है नहीं बेटी वह कहीं बाहर घूमने गया हुआ है अगर वह आ जाएगा तो मैं उसको बता दूंगी पर तुम अपना नाम बता दो फिर उज़्मा ने कहा मेरा नाम उज़्मा हैं उसके बाद फहीम की मम्मी कहती है ठीक है जब वह आ जाएगा मैं उसको बता दूंगी यह कहकर वह कॉल काट देती है ! बहुत टाइम के बाद फहीम अपने घर वापस आ जाता है फहीम को देखते ही उसकी मम्मी को याद आ जाता है और वह फहीम से कहती है किसी उज़्मा की कॉल आई थी और वह तेरे स्कूल की दोस्त है फहीम यह सुनते ही बहुत खुश हो जाता है पर अपना फोन उठाकर बाहर चला जाता है और बाहर जाकर कॉल करता है पर उसकी पहले कॉल उज़्मा नहीं उठाती है तो फहीम बहुत निराश होकर दूसरी कॉल करता है पर वह भी कॉल नहीं उठती उसके बाद और भी निराश होकर फहीम अपने घर वापस आने लगता है जैसे ही फहीम अपने घर के दरवाजे पर पहुंचता है एकदम से उज़्मा की कॉल आ जाती है और फहीम एकदम से कॉल उठा लेता है ! उज़्मा के हेलो करते ही फहीम को बहुत अजीब सी फीलिंग आने लगती है और वह फीलिंग बहुत अच्छी और मजे से भरपूर होती है और उसका दिल बेहद खुश होता चला जा रहा था !
उज़्मा के हेलो करने के बाद फहीम भी हेलो कहता है ! और दोनों एक दूसरे के हाल-चाल को पूछते हैं ? फिर फहीम उज़्मा से बोलता है इतने दिन बाद तुमने कॉल की सब ठीक तो था ? तो उज़्मा कहती है वैसे तो सब ठीक था पर यह मेरे घर का फोन है और मेरे पापा मुझे डांटते हैं फोन चलाने पर इसलिए मैंने आज उनसे छुपकर तुम्हें कॉल की है और कहती है जब तक मैं तुम्हें कॉल नहीं करूंगी जब तक तुम मुझे कॉल मत करना और मैं ही तुम्हें कॉल किया करूंगी जब फहीम यह सुना तो कहने लगा ऐसा क्यों है तुम अपने दोस्त से ही तो बात कर रही हो ? उज़्मा कहती है मेरे पापा को बिल्कुल भी पसंद नहीं की लड़कियां लड़कों से बात करें तो फहीम कहता है ठीक है जब तक तुम कॉल नहीं किया करो कि जब तक मैं कॉल नहीं किया करूंग ! उसके बाद उज़्मा कहती है अब मम्मी पापा आने वाले हैं मैं फोन रख देती हूं ? और फहीम बहुत निराशा के साथ हां कह देता है और कहता है अपना याद रखना और बदले में उज़्मा जवाब देती है तुम भी अपना ख्याल रखना और ज्यादा मत सोचना यह कहकर कॉल कट जाती है !
पर उस समय दोनों को बहुत सुकून मिल जाता है हर दोनों सोचते हैं कम से कम बात तो हमारी हुई है और सब ठीक तो है फिर फहीम अपना मोबाइल घर पर बिल्कुल भी नहीं थोड़ा करता था जब भी उज़्मा को मौका मिला करता था वह उसको कॉल कर लिया करती थी ऐसे करते करते सारी छुट्टियां खत्म हो गई और दोबारा से दोनों पढ़ने वापस अपने स्कूल आ गए ! अब दोनों नए क्लास में आ चुके थे जब नए क्लास का पहला दिन था दोनों बहुत खुश थे और उस दिन वह दोनों पहली बार एक साथ बैठे थे और एक दूसरे से छुट्टियों की बात कर रहे थे के तुमने कैसी छुट्टियां बिताई उस दिन काफी बच्चे स्कूल नहीं आए थे उनके क्लास में केवल चार ही बच्चे थे बच्चे कम होने के कारण मैम ने उज़्मा फहीम को साथ बिठा दिया था ! उसके बाद फहीम और उज़्मा एक दूसरे से बहुत बातें करते हैं ! उसके बाद उसी स्कूल में एक लड़का अदनान नाम का पढ़ा करता था वह बहुत मोटा और हंसी मजाक करने वाला था पर वह उज़्मा से बहुत जलता था एक दिन किसी बात पर अदनान ने उज़्मा की कमर पर जोर से मार दिया और वो रोने लगी उज़्मा की यह हालत देख फहीम से अपने आप पर कंट्रोल नहीं हो पाया और उज़्मा तो वहां से जा चुकी थी फहीम अदनान से लड़ने चला गया ! जब फहीम ने अदनान से पूछा कि तूने उज़्मा को क्यों मारा ? तो उसने कहा उसने भी मेरे मारा था ! ये बात सुनकर फहीम को और गुस्सा आ गया और वह अदनान पर अपना सारा गुस्सा उतारने लगा और कहने लगा तुम लड़कियों पर एक लड़की पर उठाते हो अगर कोई तुम्हारी बहन पर हाथ उठाए तो तुम क्या कर लोगे इस बात से अदनान को बहुत गुस्सा आ जाता है और वह कहता है तुम्हारी बहन को तो नहीं मारा ? फहीम कहता है पर मेरी दोस्त को तो मारा है ! अदनान कहता है वह तेरी दोस्त नहीं कुछ और है यह बात सुनकर फहीम को और गुस्सा आ जाता है और दोनों के बीच में मार-पीट हो जाती है ! जब लड़ाई को सब बच्चे देखते हैं तो वह उन दोनों को अलग कर देते हैं और दोनों अपनी अपनी क्लास में चले जाते हैं यह बात प्रिंसिपल मैम को पता चल जाती है और वह दोनों को अपने ऑफिस बुला लेते हैं और दोनों से पूछती है कि तुम दोनों क्यों लड़ रहे थे तो फहीम इनकी बात का जवाब देता है ! के मैम अदनान ने उज़्मा की कबर पर बहुत जोर से हाथ मारा था जब मैं समझाने गया तो यह हमें बहुत बुरा बुरा कहने लगे इसकी वजह से हमारे बीच लड़ाई हो गई ! मैम ने अदनान से पूछा क्यों मारा था तुमने उज़्मा को ? अदनान ने जवाब दिया पहले उज़्मा ने मारा था उसके बाद मैंने मारा जो बात फहीम ने कही थी वही बात प्रिंसिपल मैम ने कही कि तुम्हें शर्म आती के एक लड़की पर हाथ उठाते हो अदनान को डांट कर मेम ने बाहर उसको मुर्गा बना दिया और फहीम को वापस क्लास में भेज दिया !