प्रेम अपने साथ बहुत कुछ हर ले जाता है।
आंखों की नींद।
मन का सुकून।
खुद की परवाह।
बदले में दे जाता है।
आंखों में, समंदर भरके आंसू ।
और कभी ना खत्म होने वाला एक अदद अकेलापन।
Shubham Anand Manmeet
21 May 2024
प्रेम अपने साथ बहुत कुछ हर ले जाता है।
आंखों की नींद।
मन का सुकून।
खुद की परवाह।
बदले में दे जाता है।
आंखों में, समंदर भरके आंसू ।
और कभी ना खत्म होने वाला एक अदद अकेलापन।
Shubham Anand Manmeet