Write poetry on new year
नववर्ष के स्वागत मेंमन के मुखरित भावों कोशब्दों के जाल में पिरो करकेमैं एक गीत लिखूँमन मेरा मेरे मन के गीतों परअक्सर मृदु स्मित करता है, गीतों के रस में मुखरितमुख की आभा सबकामन मोह ले
नव-वर्ष का स्वागत नव उमंग, नव आस लेकर, सपनों का आकाश लेकर। आया है नव-वर्ष हमारा, खुशियों का उपहार लेकर। पुराने ग़मों को भूल जाएं, नई किरणों से जीवन सजाएं। हर दिल में हो प्रेम का सागर, हर मन में नई चाह