shabd-logo

नववर्ष का अभिनन्दन

2 January 2025

0 Viewed 0
नववर्ष के स्वागत में
मन के मुखरित भावों  को
शब्दों के जाल में  पिरो करके
मैं एक गीत लिखूँ
मन मेरा मेरे मन के गीतों पर
अक्सर मृदु स्मित करता है, 
गीतों के रस में मुखरित
मुख की आभा सबका
मन मोह लेती है। 
नववर्ष के सुनहरे हर पल पर
आशाओं के दीप प्रज्ज्वलित करके
मन का अनुराग निहारती हूँ
नवदीप जले  हर जन के मन मन्दिर में
मधुर गीत गूंज उठे हर आंगन में
मस्तक मस्तक आभा का अभिषेक सजे
आनन्द लहर संग क्रीड़ा कर
बच्चे बच्चे के चेहरे पर
स्मित स्मिता का राग सजे।। 


इन्हीं मंगलमयी कामनाओं के साथ आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।।



जया शर्मा प्रियंवदा
1

प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) 

5 June 2023
0
0
0

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) भारत आज विकसित देशों से हाथ मिला रहा है ,और विकसित देश भी भारत के विकास में सहायता कर रहे हैं। पर भारत की आधी से ज्यादा जनसंख्या ,समस्याओं से जूझ रही है ।हम अंग्र

2

दूरियों का खूंटा

30 August 2023
0
1
0

दूरियों का खूंटा रक्षाबंधन पर अपने बड़े भाई को राखी बांध का शाहदरा से शकुंतला ने रोहिणी जाने के लिए मेट्रो से जाना ज्यादा ठीक समझा । भीड़ कम होने पर आसानी से मेट्रो में जगह मिल गई, बैठने के लिए ज

3

हिन्दी की दशा और दिशा

13 September 2023
0
0
0

(हिन्दी की दशा और दिशा)भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी को याद करने का दिवस (हिन्दीभारत दिवस) सितंबर माह में सरकारी कार्यालयों, विद्यालयों, न्यायालयों और बैंकों में हिन्दी सप्ताह या हिन्दी पखवाडा मना

4

दिल तो है दिल

29 September 2023
1
0
0

आधुनिक भागती दौड़ती जिंदगी में लाइफस्टाइल को मेंटेन करने के लिए अपने शरीर की देखभाल के प्रति लोग जागरुक नहीं हैं,जिसके कारण आंतरिक बीमारियां हमारे भीतर धीरे धीरे पनप कर हमको कमजोर बना रही हैं।आधुनिक ज

5

मनमीत हो तुम मेरे

30 August 2024
2
0
0

मनमीत हो तुम मेरेआंखों में सजी कुछ इंतजार की घड़ियांइस तरह जैसे पत्तों पर टंगी ओस की बूंदे झिलमिलाते सितारों की तरह ।अचानक मनमीत की मीठी सी आवाज ने हौले से कान में गुनगुनाया ह

6

दीपावली की लोककथा

30 October 2024
1
1
0

दीपावली की लोककथाकार्तिक कृष्ण अमावस्या को दीपमाला करने से दरिद्रता का विनाश हो जाता है इस संबंध में हमारे घरों में दिवाली पर सुनाई जाने वाली कहानी को मैं कह रही हूं , थुरसैन देश में सत्य शर्मा

7

नववर्ष का अभिनन्दन

2 January 2025
0
0
0

नववर्ष के स्वागत मेंमन के मुखरित भावों कोशब्दों के जाल में पिरो करकेमैं एक गीत लिखूँमन मेरा मेरे मन के गीतों परअक्सर मृदु स्मित करता है, गीतों के रस में मुखरितमुख की आभा सबकामन मोह ले

---