खौफ ज्यदा मजार.... !
राजस्थान के सुनसान रेगिस्तान में, एक रहस्यमयी गाँव छिपा हुआ है - शटकाउन। चार दोस्त, प्रीतम, शैली, रिहान और शुभम, रोमांच की तलाश में इस रहस्यमय गाँव की ओर बढ़ते हैं। लेकिन क्या उन्हें पता था कि यह यात्रा एक भयानक सपने में बदल जाएगी?
गाँव में प्रवेश करते ही, एक अजीब सी सन्नाटा छा जाता है। खंडहरनुमा घर, सूखे पेड़, और एक अजीब सी ठंडक हवा में तैरती है। शैली को सबसे पहले अजीब-अजीब सपने आने लगते हैं, जिसमें वह पीड़ित आत्माओं को देखती है। बाकी तीनों भी अजीब घटनाओं का सामना करते हैं, चीजें गायब हो जाती हैं, अचानक ठंड महसूस होती है, और रात में अजीब आवाजें सुनाई देती हैं।
प्रीतम, जिज्ञासु स्वभाव का होने के कारण, गाँव के इतिहास की खोज करता है। उसे पता चलता है कि सदियों पहले, एक भयानक शाप इस गाँव पर पड़ा था, जिसने आत्माओं को यहाँ कैद कर दिया। जैसे-जैसे वे गाँव के भीतर गहराई में जाते हैं, उन्हें भयानक प्राणियों का सामना करना पड़ता है। राक्षसी आकृतियाँ, भयानक आवाज़ें, और एक अंधकारमय शक्ति जो हर कदम पर उन्हें डराती है।
शिखर संघर्ष का आता है जब वे इस अंधकारमय शक्ति से आमने-सामने होते हैं। यह शक्ति गाँव की नकारात्मक ऊर्जा से पैदा हुई है, और यह उनकी आत्माओं को हड़पना चाहती है। दोस्तों को अपनी हिम्मत जुटाकर इस शक्ति का सामना करना होता है, ताकि शटकाउन के शाप को तोड़ा जा सके और कैद आत्माओं को मुक्ति मिल सके।
कहानी का अंत एक दिल दहला देने वाले मोड़ पर पहुंचता है, जहां दर्शक को एक दिलचस्प सवाल के साथ छोड़ दिया जाता है: क्या दोस्त इस अंधकार से बच पाएंगे या वे भी शटकाउन के शाप का शिकार हो जाएंगे?
यह कहानी न केवल रोमांच और डर का मिश्रण है, बल्कि यह मानव मन की गहराइयों में छिपे डर और लालच का भी अन्वेषण करती है। शटकाउन, एक ऐसा स्थान जहां अंधकार सच हो जाता है, और सपने भीषण यथार्थ में बदल जाते हैं।