my book is an attempt to show the real sentiments of a poet when he feel happy, sad or motivated.
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रूठने पर झट से मना लेती थी मां दवा से ज्यादा दुआ देती थी कुछ बात थी उसके हाथों में जो भूख ही पेट से वो चुरा लेती थी चोट कितनी भी गहरी लगी क्यों न हो फूंक कर झट से वो भगा देती थी मां पढ़ी कम थी