💐मधु महक💐
मन में अगर उजास रहे तो बूंद रोशनी काफ़ी है।
गर मन मलीन मायूस रहे तो सूरज भी नाकाफ़ी है।
मन मारो या मत मारो पर मन को कभी भटकाओ मत,
फिर देखो कम पाने में भी ,भगवन की इंसाफी है।
*कलम घिसाई*
20 October 2022
💐मधु महक💐
मन में अगर उजास रहे तो बूंद रोशनी काफ़ी है।
गर मन मलीन मायूस रहे तो सूरज भी नाकाफ़ी है।
मन मारो या मत मारो पर मन को कभी भटकाओ मत,
फिर देखो कम पाने में भी ,भगवन की इंसाफी है।
*कलम घिसाई*