**जख्मी सिपाही** एक ऐसे सैनिक की कहानी है, जो देशभक्ति, साहस और बलिदान की मिसाल है। यह कहानी संघर्ष, प्रेम, और देश के प्रति समर्पण की भावना को दर्शाती है।
### कहानी का आरंभ
कहानी की शुरुआत एक छोटे से गांव से होती है, जहां वीरेंद्र सिंह, एक ईमानदार और देशभक्त परिवार का बेटा है। वीरेंद्र बचपन से ही अपने पिता, जो खुद एक रिटायर्ड सिपाही हैं, से देशभक्ति के गुण सीखता है। उसके मन में बचपन से ही एक सपना है—देश की सेवा करना और अपने पिता की तरह एक वीर सैनिक बनना।
### आर्मी में भर्ती और प्रेम
वीरेंद्र अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से भारतीय सेना में भर्ती हो जाता है। ट्रेनिंग के दौरान उसकी मुलाकात आराधना से होती है, जो एक डॉक्टर है और आर्मी हॉस्पिटल में काम करती है। दोनों के बीच धीरे-धीरे प्रेम पनपता है। आराधना वीरेंद्र के साहस और देश के प्रति उसके समर्पण से बहुत प्रभावित होती है।
### युद्ध का आह्वान
कहानी में मोड़ तब आता है जब देश पर आतंकवादियों का खतरा मंडराने लगता है। वीरेंद्र की बटालियन को सीमा पर भेजा जाता है। वीरेंद्र अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाता है, लेकिन एक दिन दुश्मनों के साथ हुई मुठभेड़ में वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है।
### जख्मी सिपाही
वीरेंद्र को गोली लगती है, लेकिन फिर भी वह हार नहीं मानता। वह अपने साथियों की मदद से दुश्मनों को परास्त करता है, लेकिन उसकी हालत बेहद नाजुक हो जाती है। उसे फौरन आर्मी हॉस्पिटल लाया जाता है, जहां आराधना उसका इलाज करती है। उसकी स्थिति बहुत गंभीर होती है, और डॉक्टरों का मानना होता है कि उसके बचने की संभावना बहुत कम है।
### संघर्ष और वापसी
वीरेंद्र का इलाज शुरू होता है, और आराधना पूरी जी-जान से उसकी देखभाल करती है। वीरेंद्र के जख्म गहरे होते हैं, लेकिन उसका जज्बा उससे भी गहरा होता है। कई महीनों के संघर्ष और दर्द के बाद, वीरेंद्र धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
### देशभक्ति और बलिदान
वीरेंद्र की इस हालत में भी वह देश की सेवा करने के लिए दृढ़ निश्चयी होता है। वह अपने साथियों को प्रेरित करता है और सीमा पर जाकर दुश्मनों का सामना करने के लिए तैयार हो जाता है। हालांकि उसके शरीर पर जख्म के निशान हैं, लेकिन उसकी आत्मा अभी भी उतनी ही मजबूत है।
### कहानी का अंत
फिल्म का अंत वीरेंद्र की वीरता को सलाम करते हुए होता है। वह एक बार फिर सीमा पर जाता है, और इस बार वह दुश्मनों को पूरी तरह से परास्त करता है। उसकी बहादुरी को देखते हुए उसे सेना का सर्वोच्च सम्मान दिया जाता है। आराधना और वीरेंद्र एक साथ अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करते हैं, लेकिन वीरेंद्र के दिल में देशभक्ति का जज्बा कभी कम नहीं होता।
### संदेश
**जख्मी सिपाही** सिर्फ एक सैनिक की कहानी नहीं है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति की कहानी है जो अपने देश, अपने परिवार और अपने प्रेम के लिए सब कुछ कुर्बान करने को तैयार होता है। यह फिल्म देशभक्ति, प्रेम, और संघर्ष का संदेश देती है, और यह दिखाती है कि कैसे एक सच्चा सिपाही अपने देश के लिए हर जख्म को सहने के लिए तैयार होता है।