दुर्गेश परवारी
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shayar_nadan😉😜 न मैं कवि हूं और न ही कोई लेखक न मैं कहती हूं कोई कविता और न कोई कहानी जिसमें अक्सर होते है राजा और रानी मैं तो हूं बस एक मुसाफिर, जो पिरोना चाहता है अपनी भावनाओं को कविता के सागर में.... वैसे हूं मैं थोड़ी नादान और नादानो से गलतियां तो होती रहती है.......😉😇
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