मनुष्य के जीवन में दुःख और सुःख आना ही एक सिक्के के दो पहलू की तरह है दुःख के बाद सुःख का आना ही है और दुःख के बाद सुःख का आना प्रकृति का नियम है। श्री कृष्ण ने भी भागवद गीता में कहा है की मनुष्य को दुःख और सुःख के समय में समान भाव रखना चाहिए, जो मनुष्य समान भाव में हर कार्य को करता है वह भगवन को बड़ा प्रिय होता है।
दुनिया में आपसे भी बड़े-बड़े दुखी इंसान है जिनके पास हज़ारो वजह है दुखी होने की और सुखी इंसान के पास सिर्फ एक वजह है खुश रहने की, कई लोग है जो दुखी है लेकिन फिर भी हस्ते हुए जीवन जी रहे है, अगर दुःख नहीं आएगा तो उसके बाद सुख कहा से आएगा।
आज हम आपको वो तीन गुप्त बाते बताने जा रहे है जिससे मनुष्य तुरंत ही दुख को सुख में परिवर्तन कर देता है अगर आपने इन तीन बातो को समज लिया है, तो इस दुनिया में कोई भी शक्ति आपको दुख नहीं दे सकती तो चलिए अब हम उन गुप्त बातों को जानते है जो आपका जीवन बदल देगी।
बुरे वक्त में कभी भी किसी का भी एहसान नहीं लेना चाहिए क्योंकि बुरा समय तो चला जायेगा लेकिन एक बार लिया हुआ एहसान की भरपाई करने के लिए जिंदगी भर पड़ेगी। अपने आप आगे बड़े अगर आप यह सोचते है की में अकेला क्या कर लूंगा तो, देखिए उस सूरज को अकेले ही पुरे संसार को रौशनी देता है।
जब समय बुरा आता है तो इंसान पूरी तरह से टूट जाता है लेकिन इस आदत को छोड़ देनी चाहिए की कभी भी अपनी निजी जानकारी किसी को न कहे क्योंकि इससे लोगों को आपकी कमज़ोरी पता चल जाती है और वह किस समय आपका फायदा उठा दे, यह कोई नहीं बता सकता।
दुनिया की सबसे बड़ी ताकत आप है किसी पर भी भरोसा मत करे सिर्फ अपने आप पर भरोसा करे, किस्मत नाम की कोई चीज़ नहीं है सिर्फ आपकी मेहनत है और उसका का परिणाम है, हो सके उतने अच्छे काम करे, दुःख इंसान का सबसे बड़ा गुरु होता हैं इसके दिए सीख जीवन भर याद रहता हैं।
दुःख का समय बहुत ही अनमोल समय होता है क्योंकि इस समय में समझदार व्यक्ति दुःख से बहार निकलने का रास्ता खोजता है और कायर बहाना बनता है