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रात अमावस की कालीपर नगर में फैली उजियारीदशरथनंदन के आने कीहुई पूर्ण अब तैयारी,चारों ओर उल्लास है फैलालग रहे हैं जैकारेरावण का कर के संहारराम अवध को पधारे।झूम रहे सब करते नर्तनआज हुए हैं प्रभु के दर्शन