आज के डिजिटल युग में एक कंडक्टर जो पुरे दिन जेब भरता है,तो वही डिपार्टमेन्ट में केमेरे की निगरानी में काम कर ने वाला बुकिंग मास्तर पाई पाई का हिसाब दे रहा है।
एक स्कूल मास्तर बच्चो को थोड़ी तनख्वाह में विद्य बाट रहा है तो कालेधन से फिस भरने वाले पेरेंट्स उसको दबाव में डाल रहे है।
एक सिपाही जो मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर कर रहे है तो एक नेता अयासी जीवन जी रहे है।
आज प्रश्न यह है कि सच्चे देश भक्त किसे कहा जाए ?
मेरे दोस्तो आप तो सच्चे देश भक्त का दुःख नही सह रहे है?
मैरी कलम उसका साक्षी बनेगी।