shabd-logo

2023 तुर्की सीरिया भूकंप

7 February 2023

17 Viewed 17
*2023तुर्की सीरिया भूकंप*
 
कल रात्रि में आये   तुर्की सीरिया में आये भूकंप को हम प्रकृति का एक संकेत अवश्य माने, हमारे पौराणिक शास्त्रों के अनुसार कलयुग का प्रभाव ज्यादा बढ़ने पर ऐसी घटनाओं का घटित होना सामान्य बात है। कलयुग के वर्तमान में 5124 वर्ष बीत चुके है।यदि हम मानव की स्थिति पर दृष्टि डाले तो मानव आज इतना स्वार्थी और ईर्ष्यालु हो चुका है कि  इस कारण से उसमें संवेदनशीलता प्रायः समाप्त हो चुकी है।बड़ी बेरहमी से वनों में वृक्षों  को काटा जाकर भूमि को वृक्ष विहीन किया जा रहा है।हरियाली के अभाव में पक्षियों की कमी, पशुओं की कमी , वर्षा की कमी सभी से विश्व झूझ रहा है। तुर्की सीरिया ही क्यों यदि हम भारतवर्ष को भी देखें तो जोशी मठ और कश्मीर में आई मकानों में दरारें हमें सावधान कर रही है।परन्तु मानव समझने  में असमर्थ है। और इसी तरह की घटनाओं से कभी भूकंप, कभी बाढ़ ,कभी बाढ़, कभी आगजनी ,कभी बर्फ की वर्षा होकर धीरे धीरे सृष्टि समाप्ति की ओर अग्रसर हो रही है।
*आचार्या कीर्ति शर्मा जयपुर*
1
Articles
आचार्या कीर्ति शर्मा's Diary
0.0
*2023तुर्की सीरिया भूकंप* कल रात्रि में आये तुर्की सीरिया में आये भूकंप को हम प्रकृति का एक संकेत अवश्य माने, हमारे पौराणिक शास्त्रों के अनुसार कलयुग का प्रभाव ज्यादा बढ़ने पर ऐसी घटनाओं का घटित होना सामान्य बात है। कलयुग के वर्तमान में 5124 वर्ष बीत चुके है।यदि हम मानव की स्थिति पर दृष्टि डाले तो मानव आज इतना स्वार्थी और ईर्ष्यालु हो चुका है कि इस कारण से उसमें संवेदनशीलता प्रायः समाप्त हो चुकी है।बड़ी बेरहमी से वनों में वृक्षों को काटा जाकर भूमि को वृक्ष विहीन किया जा रहा है।हरियाली के अभाव में पक्षियों की कमी, पशुओं की कमी , वर्षा की कमी सभी से विश्व झूझ रहा है। तुर्की सीरिया ही क्यों यदि हम भारतवर्ष को भी देखें तो जोशी मठ और कश्मीर में आई मकानों में दरारें हमें सावधान कर रही है।परन्तु मानव समझने में असमर्थ है। और इसी तरह की घटनाओं से कभी भूकंप, कभी बाढ़ ,कभी बाढ़, कभी आगजनी ,कभी बर्फ की वर्षा होकर धीरे धीरे सृष्टि समाप्ति की ओर अग्रसर हो रही है। *आचार्या कीर्ति शर्मा जयपुर*