दिन रातों में कविता रचना कार
नारायण सिंह नेताम
है गुलशन
चाहने वालों का
बातें हैं गुलशन
प्रेमिका का मिलन
है गुलशन
फुलों का खिलन
है गुलशन
पतझड़ के मौसम
में है गुलशन
वो अकाशो में
भी है गुलशन
दिन के साथ
है गुलशन
समय के हाथ
है गुलशन