Meaning of प्रत्येक in English
- Every one of the two or more individuals composing a number of objects, considered separately from the rest. It is used either with or without a following noun; as, each of you or each one of you.
- Every; -- sometimes used interchangeably with every.
- All the parts which compose a whole collection or aggregate number, considered in their individuality, all taken separately one by one, out of an indefinite bumber.
- Every one. Cf.
Meaning of प्रत्येक in English
English usage of प्रत्येक
Articles Related to ‘प्रत्येक’
- #poetry " कीस कदर तड़पता हूँ, तुम्हारी याद में "😥😰💔👇
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे,
प्रत्येक को किनारा किया,
हर एक चीज था, तेरे बाद मे,
क्यूँ गवारा नही इश्क़ मेरा, ऐ खुदा,
आखिर क्या कमी थी मेरे फरियाद मे ।
कोई भी नही मेरे आशुओं को पोछने वाला,
सुख गए मेरे नैना रोते - रोते,
वो क्यूँ गैर हो गए, अपना होते - होते,
सब कुछ खो दिया मैंने, उनको खोते - खोते,
कभी सो जाऊंगा हमेशा के लिए,
यू हीं सोते - सोते,
तू ही बता.. कब अंतर किया मैंने,
वफा की रियाज़ मे,
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे ।
वो तुम्हारी मीठी बोली ..याद आती है,
मुझसे वो तेरी, हँसी ठिठोली याद आती है,
एक रोज लगाया था मैंने, वो तेरे बालों
की चमेली याद आती है,
होली के दिन की रंगोली याद आती है,
जो बचपन में तेरे संग खेला था मैंने,
वो आँख मिचोली याद आती है,
दिल मचल उठता है जब,
कोयल बोलती है तुम्हारी आवाज में,
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे,
प्रत्येक को किनारा किया, हर एक चीज
था.. तेरे बाद में,
कैसे बताऊँ.. कैसे बताऊँ मै तुम्हे... ।।
Author Munna Prajapati
#virals #sadness #love #lovefaliure #sadstatus #sad #brocken #heartbroken
- किताबें पढने के लिए वक़्त कहाँ है किसी के पास, पूरी दुनिया तो परदे पर दिखायी जाने वाली काल्पनिक चलचित्रों के पीछे दौड़ रही है और अपने आप को अंधकार में लेकर जा रही है । जो जो वास्तवीक ज्ञान पुस्तकों में है वो चलचित्रों मे नही । आप एक मिनट से कम समय की वीडियो देखतें हैं और प्रत्येक मिनट के बाद दूसरी वीडियो देखतें हैं इनके बीच आप अपने मस्तिस्क की स्थिरता को बड़ी तेजी से बदलतें है ।
लगातार एक प्रभाव, दूसरा प्रभाव फिर तुरंत तीसरा प्रभाव, ऐसे ही लगातार स्थिरता, अपनी सोच, उद्देश्य, लक्ष्य आदि को बदलतें हैं जिसके वजह से आप अपने जीवन मे किसी एक लक्ष्य पर स्थिर नहीं रह पाएंगे । स्वभाविक सी बात है इस तरह की क्रियाएँ आपकी स्थिरता को भंग करती है और आप खुद को रोक नही पाते । जब कोई चीज थोड़ी सी ज्यादा समय लेती है या फिर समझ में नही आती तो आप उसे तुरंत छोड़ देते हैं । परंतु आप उसे समझने या किसी एक ही विषय पर गहरा अध्ययन करने की कोशिश नही करते । इंसान की यह सबसे बड़ी दुर्बलता है । जिससे कि वह अपने लक्ष्य को पाने मे चुक जाता है ।
कोई भी बड़ी चीज क्षणिक सोचने से या क्षणिक अध्ययन से पूर्ण नही होती उसके लिए वक़्त चाहिए होता है । और यह तो हमारे मस्तिस्क से निकल चुका है । एक मिनट से अधिक हम किसी एक विषय पर तो सोच ही नही सकते ।
हम जब तक रिल्स देख रहे होते हैं हमारा मस्तिस्क उसके विषय में सोचता है, जो हम देख रहे होतें हैं । परंतु किताबें, जिसमे प्रत्येक शब्द लिखे हुए हैं, उसे आप बार-बार पढ़ सकते हैं । उसे सोच सकते हैं । उसके अनुसार आप अपने जीवन को सक्रिय कर सकते हैं । यह जो मोबाइल फोन का दौर है, यह हमे उस अंधकार के तरफ ले कर जा रहा है जहाँ चारो तरफ कोई भी चराग़ नही । पुस्तकें मनुष्य का मार्गदर्शक हैं । ऐसा नहीं की मै पुस्तकें लिख रहा हूँ तो ही ये सारी बातें कर रहा हूँ! यदि आप इस बात का विचार करना चाहे तो भी नही कर सकते । और नाही यहा तक पहुँच सकतें है जहाँ तक हमने यह कल्पना की है । हम आधुनिक दौर मे जरूर जा रहे हैं परंतु यह भी सत्य है की हम अपने आप को कहीं खो रहें है ।
चलिए जरा सा सोच कर देखिये –
यदि गूगल बंद हो जाय ! यदि इंटरनेट काम ना करे तो हमारा क्या अवस्था हो जायेगा ।
जब मोबाइल का डाटा (इंटरनेट) समाप्त होता है तो इसके बगैर हम इक दिन नही रह पाते, कैसे भी हमे रिचार्ज करवाना ही है । इसका अर्थ यह है की हम किसी के अधीन होते जा रहें हैं । हमारी मानसिकता , हमारे मस्तिस्क पर किसी और का अधिकार हो रहा है । हम मानसिक रूप से किसी और का गुलाम होते जा रहें हैं । आप अपनी आँखें खोलिए और देखिये । हम 1947 मे आजाद हुए थे सत्य है मगर अब फिर हम खुद को गुलामी की तरफ ले जा रहें हैं , आधुनिकता समझकर ।
✍️😰✅🤔 Author Munna Prajapati
#PostViral #healthy #Risky #life #lifestyle #bad #harmful #mobiles #network
#virals
- AI : Artificial intelligence (कृत्रिम बुद्धिमता) :-
एक फिल्म है " #robot " रजनीकांत और ऐश्वर्या राय का, जिसमे उनका नाम डॉ वशिकरण और सना है ।
डॉ वशिकरण एक रोबोट वैज्ञानिक रहते हैं । उन्होंने उस फिल्म मे एक रोबोट बनाया था जिसका नाम चिट्टी था । उन्होंने बहोत ही शानदार तरीके से उसे बनाया था जो की बिना थके, बिना रुके, एक शक्तिशाली मनुष्य के अपेक्षा कहीं अत्यधिक गति से काम करता था । वह बहोत ही सहायक था हमारे जीवन में परंतु मशीन तो मशीन ही होता है ।
एक बार शहर के एक बड़े इमारत में आग लग गयी । बहोत ऊचा इमारत था । आबको उस अग्नि से बचाना संभव ही नही था । रेस्क्यू टीम लगी हुयी थी । मीडिया लगातार खबरें टीवी पर दिखा रही थी । और यह खबर डॉ वशिकरण ने देखा और उन्होंने रोबोट चिट्टी को कहा - जाओ इमारत में फसे सभी व्यक्ति को बचाओ, बाहर लेकर आओ । चिट्टी अपने प्रोग्रामिंग के दम पर सभी बड़े, बूढ़े, बच्चे.. सबको बचाया क्योंकि वो आग से नही जल सकता और ना ही उसे दर्द होगा ।
ऐसे ही लोगो को बचाने के दौरान एक जवान लड़की नहा रही थी और आग मे फस गयी । चिट्टी उसके पास पहुंचा, लड़की चिल्लाती रही - मेरे पास मत आओ, मेरे कपड़े नही हैं, मैंने कपड़े नही पहने हैं । मै नहा रही थी और आग लग गयी । सब कुछ जल चुका है परंतु चिट्टी तो एक मशीन था । उसे क्या मालूम के एक लड़की बिना कपड़े, किसी के निगाहों के सामने नही रखी जाती । उसे वैसे ही उठा कर लोगों के बीच लाकर रख दिया । वहाँ मौजूद तमाम मीडिया, न्यूज़, टीवी, सब कुछ कैमरे में कैद । सब कुछ प्रसारित होने लगा । हजारों लोगो के बीच वह लड़की वस्त्र बिहिन अपने आप को पाकर, मानो उसकी जान ही निकल गयी । लड़की ने शर्म के मारे एका एक दौड़ा और जाकर चलती वाहन से टकरा गयी और अपनी जान दे दी । यह देखकर वशिकरण को बहोत दुख हुआ । उनकी आँखें भर गयी । लोग उनकी योग्यता की तारीफ करते- करते शर्मिंदा हो गए ।
इतना सब होने के बाद वशिकरण कई दिनों तक सोचते रहे । निष्कर्ष निकला यह की - यदि हम इसमे मनुष्य की तरह सोचने और समझने की शक्ति दे दी जाय तथा प्रत्येक चीज को एहसास करने की सेंस मिल जाय तो इस तरह की कोई घटना नही होगी ।
इन्होंने इस पर भी कार्य करना शुरू किया और कुछ ही दिनों बाद रोबोट चिट्टी को पूरी तरह से सेंसिटिव बना डाला । बिल्कुल मनुष्य की तरह । सब कुछ सही से चलता रहा.. ऐसे ही मे एक दिन ऐसा हुआ की रोबोट......
वशिकरण की प्रेमिका शना ने खुशी- खुशी में चिट्टी को चूम लिया और उसके बाद, उसके वजह से चिट्टी का एहसास जागृत हो उठा । चिट्टी को शना से प्यार हो गया । अब वो उसे किसी भी हद तक हाशिल करना चाहा । चिट्टी ने कहा शना मेरी है, इसकी शादी वशिकरण से नही मुझसे होगी । . मै शना से प्यार करता हूँ । जरा सोचिये एक मशीन की शादी शना से कैसे हो सकती है! जो की वशिकरण की प्रेमिका है । शना और वशिकरण ने चिट्टी बहोत समझाने की कोशिश की परंतु, प्रेम का एहसास चिट्टी के मेमोरी में एक्टिव हो चुका था, वो कैसे मानता । ऐसे ही बातों बातों में मामला गंभीर हो गया । बात मिटने मिटाने पर आ गयी । अन्त में डॉ वशिकरण ने देखा की इसका अंजाम सही नही होगा । यह हमारे लिए घातक साबित हो सकता है ।
वशिकरण ने चिट्टी को मिटाकर, सारे प्रोग्राम मिटाकर नष्ट कर दिया । लेकिन प्रत्येक कहानी में एक विलन जरूर होता है । इस कहानी में भी एक विलन था जो हमेशा से वशिकरण के विपक्ष मे कार्य करता था । उसने उस रोबोट के पार्ट को लाकर फिर से उसका निर्माण कर दिया । वह भी वशिकरण के जैसा ही एक रोबोट वैज्ञानिक था ।
कुछ दिनों बाद वह रोबोट चिट्टी ही अपने जैसे रोबोट तैयार करने लगा क्युकी उसके अंदर उसके मेमोरी में डॉ वशिकरण था । कुछ दिनों बाद उस विलन को मारकर उसने खुद का एक समूह तैयार कर लिया । जिसमे सब के सब रोबोट ही थे । सब उसके इशारों पर चलते थे । चिट्टी के मन में यह विचार उत्पन्न हुआ की हमे अपनी खुद की दुनिया बनानी है , जिसमे मनुष्य ना हो और यदि हो तो वो हमारा गुलाम हो । और इसी मुकाम की तरफ निकल पड़ा । 24/7 रोबोट बनाता रहा । एक एक करके मनुष्यों का विनाश करता रहा । उसकी चाहत बन गयी थी, शना...
अपने बल पूर्वक शना को भी छीन लिया था वशिकरण से । यह सब देखकर वशिकरण दंग रह गए । हमारी बनायी हुयी मशीन, हमारा ही विनाश करने पर तुल गयी ।
बहोत ही सघर्ष के बाद, तकनिकीओं के इस्तेमाल के बाद, बहोत कुछ खोने के बाद इस मशीन पर डॉ वशिकरण ने कामयाबी हाशिल की । चिट्टी का जीवन नष्ट कर पाए । नही तो हमारा विनाश निश्चित था ।
मैंने यह कहानी एक उदाहरण के तौर पर दिया है आपको । ठीक इसी प्रकार आप सोच सकतें हैं, समझ सकते हैं ।
यह तो फिल्म है, कल्पनिक बातें है परंतु अभी के समय में, हमारे जीवन मे, हमारे बीच जो AI tool (Artificial intelligence) आया है । या जिसने भी बनाया है इसको, व्यापार के तौर पर, आधुनिकता के नाम पर, यह सही साबित नही होगा हमारे लिए ।
विगत समय में आपने देखा ही होगा की साउथ की सुप्रसिद्ध नायिका ' #rashmikamandanna ' का एक वीडियो चलचित्रों मे आया था जो की AI का कमाल था । वह वीडियो वास्तवीक नही था । इसी प्रकार ना जाने किस किस रूप मे हमे इसके घातक प्रभाव देखने को मिलेगा ।
यदि आपने #movies #robot नही देखी तो देख लीजिये आपको सब समझ में आ जायेगा की किस तरह से हम अपने विनाश का बीज खुद ही बो रहें हैं । आधुनिकता के नाम पर । AI tools भी हमारे जीवन में ठीक उसी प्रकार कार्य करेगा जिस प्रकार रोबोट चिट्टी ने किया था ।
नोट :- आप सभी पाठक से अनुरोध है की आप चलचित्रों पर, मोबाइल फोन पर दिखायी जाने वाली तस्वीरों, वीडियो आदि पर यकीन कभी मत करना । आपके वास्तवीक जीवन में जो हो रहा है, जो आप प्रत्यक्ष रूप से देख रहे हैं , अपनी आखों से , और जो महसूस कर रहे है वही सत्य है । बाकी सब झूठ है, दिखावा है । अब आने वाले समय में यह कंप्यूटर कुछ भी कर सकता है ।
प्रार्थना :- मै न्यायाधीश को भी द
- #poetry शिर्षक :"बहोत बड़ी दौलत है,औरत की वफादारी "
बहोत समझदारी है जो की है
जीवन जीने की तैयारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।
निभाना है तुम्हे घर की प्रत्येक जिम्मेदारी,
अपने फर्ज़ों मे कभी ना करना कोई होशियारी ।
माँ और पत्नी के बीच
जो हो जाए अनाकानी अगर,
खयाल रहे, तुम कभी ना करना
पत्नी की तरफदारी ।
तुम तड़पो, जलो, भटको
कोई नही है तुम्हे ढूढने वाला ,
आज तक किसी ने नही समझी मर्द की लाचारी ।
अनपढ़ औरत को हर कोई ब्याह कर ले जाता है,
पर लड़कियाँ ब्याहती है लड़का सरकारी ।
बेटी झगड़ती है हर रोज अपनी भाभियों से,
और माँ को चाहिए दामाद व्यवहारी ।
बगैर दौलत मर्द की कोई एहमियत नही,
अब जाकर की है तूने पैसे कमाने की तैयारी ।
इज्जत, मोहब्बत, वफा सब कुछ बिकती है ,
तुम खरीद सकते हो हर किसी की तरफदारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।।
Author Munna Prajapati
#love #view #sad #virals #thoughts #viralpage2024 #truth #truth_of_life_challenge #poem #poetry
- #poetry शिर्षक :"बहोत बड़ी दौलत है,औरत की वफादारी "
बहोत समझदारी है जो की है
जीवन जीने की तैयारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।
निभाना है तुम्हे घर की प्रत्येक जिम्मेदारी,
अपने फर्ज़ों मे कभी ना करना कोई होशियारी ।
माँ और पत्नी के बीच
जो हो जाए अनाकानी अगर,
खयाल रहे, तुम कभी ना करना
पत्नी की तरफदारी ।
तुम तड़पो, जलो, भटको
कोई नही है तुम्हे ढूढने वाला ,
आज तक किसी ने नही समझी मर्द की लाचारी ।
अनपढ़ औरत को हर कोई ब्याह कर ले जाता है,
पर लड़कियाँ ब्याहती है लड़का सरकारी ।
बेटी झगड़ती है हर रोज अपनी भाभियों से,
और माँ को चाहिए दामाद व्यवहारी ।
बगैर दौलत मर्द की कोई एहमियत नही,
अब जाकर की है तूने पैसे कमाने की तैयारी ।
इज्जत, मोहब्बत, वफा सब कुछ बिकती है ,
तुम खरीद सकते हो हर किसी की तरफदारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।।
Author Munna Prajapati
#love #view #sad #virals #thoughts #viralpage2024 #truth #truth_of_life_challenge #poem #poetry
- #poetry खुशी देखी नही जाती....
किसी की खुशी कहाँ किसी से देखी जाती है,
गर कोई खुश है तो किसी की नेकी जाती है ।
कहीं कोई भूखा मरता है तो ,
कहीं अन्न फेकी जाती है,
कहीं गर्दन पर तलवार रखी है ,
तो कहीं गर्दन रेती जाती है,
भाई - भाई से भाई को लड़ाकर
घर भेदी जाती है ।
यहाँ अपनी तकलीफ ,मुशिबत ,
किसी और को दे दी जाती है,
यहाँ किसी और का दुःख नही ,
खुद की वफा लिखी जाती है,
कुछ सीखना है तो हारना होगा,
यहाँ हारकर ही सीखी जाती है ।
ये जिंदगी तो अब दवाओं पर चल रही है ,
मन की पहलुएं पल - पल बदल रहीं हैं,
अभी खुश, अभी द्वेष, अभी कलेश,
प्रत्येक हृदय यहाँ एक दूसरे से जल रहीं हैं ।
मन का चोट यहाँ दूसरों के
हंसी ठहाकों से सेकीं जाती है,
गर कोई खुश है तो किसी की नेकी जाती है,
किसी की खुशी कहाँ किसी से देखी जाती है ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ. प्र.)
#writer #PostViral #virals #love #poets #poem #life #truth #realtalk
Don't copy/paste please....
- #poem शीर्षक: " हम कहाँ याद आतें हैं " #sad
कुछ दोस्तों को नये दोस्त मिल जातें हैं,
फिर हम कहाँ याद आतें हैं,
साथ मे ली गयी तस्वीर,
उन लम्हों की याद दिलातें हैं,
बहोत दूर हुए हम एक दूसरे से,
अब कहाँ कहीं मिल पातें हैं,
कभी फेसबुक, कभी इंस्टा
तो कभी ट्विटर पर,
सब झुटा हाल सुनातें हैं ।
जाने कहाँ बह गए इस बहती दुनिया मे,
कहीं खामोश रह गए, इस कहती दुनिया में ।
कोई घर की जिम्मेदारियों मे जल रहा है,
कोई सूरज की तपती धूप में पल रहा है ।
कोई किसी के इश्क़ मे पड़ रहा है, तो
कोई दुनिया के इस भीड़ से लड़ रहा है ।
प्रत्येक शख्स अपनी हालातों में गुजर रहा है,
दुख मे भी , अब कहाँ हम, किसी को
गले से लगा पातें है.... और
कुछ दोस्तों को नये दोस्त मिल जातें हैं,
फिर हम कहाँ याद आतें हैं,
साथ मे ली गयी तस्वीर, उन लम्हों
की याद दिलातें हैं ।।
Note:- ( Don't copy please, share direct 🙏)
✍️ Author Munna Prajapati
#PostViral #post #virals #viralreelsfb #poetry #poetrylovers #friends #memories
- #poetry " कोई गीत या प्रीत, ऐसे ही नही बनते "
रिश्ते निभाने के लिए, दो हाथ लगतें हैं,
और आपको ये आसान बात लगतें हैं ।
व्यक्तित्व उसमे नहीं जिसमे,
आपके आत्म सम्मान लगतें हैं ।।
धन कमाना है जीने के लिए सच है मगर,
खयाल यह भी रहे, करम मरने के बाद लगतें हैं ।
बस आज ही तो है, कल कहाँ है ,
अंतिम चरण में सिर्फ शमशान लगतें हैं ।।
सबकी दौड़ जारी है, एक दूसरे के पीछे,
कोई हमसे आगे ना निकल जाय...!
ये इंसान नहीं, बेईमानों के जात लगतें हैं ।
कुछ इंसान, यहाँ सर्वज्ञानि हैं, खुद में,
हमे तो ,ये सब , नादान लगतें हैं ।।
मै समय हूँ मुझे, खुद पर कोई रोक नहीं,
प्रत्येक अवस्था नये मुलाकात लगतें हैं ।
समझो, जीवन का सच जानने के लिए,
एक सच्चे और अच्छे, ईमान लगतें हैं ।।
कोई गीत या प्रीत , ऐसे ही नहीं बनते,
रचित, उनमे हमारे जज्बात लगतें हैं ।
युगों - युगों तक जीवित रहने के लिए,
तन मन से, महाबीर और वर्धमान लगतें हैं ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #poetry #poem #life #realtalk #Real #writer #writing #virals #motivation #hindi #imotional
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