Meaning of उथल-पुथल होना in English
- To heave or lift up from beneath; to raise.
Meaning of उथल-पुथल होना in English
English usage of उथल-पुथल होना
Synonyms of ‘उथल-पुथल होना’
Antonyms of ‘उथल-पुथल होना’
Articles Related to ‘उथल-पुथल होना’
- शुरू होना नही रहना है
- चंचल हिरनी
- #poetry क्यूँ करूँ आखिर..
शायद याद रहूँगा किस्सों मे,
मुझे नही बटना हिस्सों में,
मै विवाह क्यूँ करूँ आखिर...
जिसने किया वो मर रहा है किस्त्तों मे.... ।
शुकुन है किसी की यादों में,
जुनून है किसी की वादों मे,
मै किसी से जाहिर क्यूँ करूँ आखिर....
जिसने किया वो कमजोर पड़ गया रिश्तों में... ।
हमसफ़र का सफर से कोई मतलब नहीं,
इश्क़, एहतराम करे इसका कोई तलब नहीं,
मै लिबाह् क्यूँ करूँ आखिर....
जिसने किया वो कट रहा है पीसों मे.. ।
जख्म है, दर्द है, मेरे भी सीने मे,
कमी क्यूँ करूँ मै, अपनी जिंदगी जीने मे,
मै आह क्यूँ भरूँ आखिर.....
जिसने भरी वो तड़प रहा है,
देखकर खुद को सीसों मे..... ।
सबको वक़्त दिया, अपनी जिंदगी का,
कभी गौर नहीं किया, अपनी खुशी का,
रिश्तों का बाजार क्यूँ करूँ आखिर....
जिसने किया, क्या वो आ गया फरिश्तों मे... ।
क्या फर्क पड़ता है ,किसी का होना ना होना है,
जब नीलाम अपनों के बीच होना है,
जब गुमनाम अपनों के बीच होना है,
मै खुद का दाम कम क्यूँ करूँ आखिर....
जिसने किया , क्या वो गए उपर के लिस्टों मे.... ।
शायद याद रहूँगा किस्सों मे,
मुझे नही बटना हिस्सों में,
मै विवाह क्यूँ करूँ आखिर...... ।
~ मुन्ना प्रजापति
#lyrics #truth . #sadness #virals #writer #life #poem #poetrylovers #poets #PostViral #poetrycommunity
नोट: कृपया टेक्स्ट कॉपी - पेस्ट ना करे...
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- इतना आसान होता है क्या लड़का होना
- #poetry "१५ अगस्त.... "
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया,
जिसने जाती और मजहब मे
लोगों को उलझा कर रखा है ।
उसने हमेशा बतलाया है के तुम बड़े हो,
तुम्हे बड़ा होना चाहिए और
सबसे आगे होना चाहिए,
तुम हिंदू हो तुम मुश्लिम हो
तुम सिख हो तुम ईसाई हो,
और आज मंच पर, कुछ लोगों के बीच
कह रहा था के हम भारत वासी एक हैं ।
जो अपने फायदे के लिए अपनी
शान के लिए, अपने पद के लिए
जाने कितनों को मौत के घाट उतार दिया होगा!
वह शख्श आज मंच पर, तिरंगे के सामने
इस देश को मजबूत बने रहने का
शिक्षा दे रहा था ।
जो हमेशा लोगों को कम शिक्षित
रखने का उपाय ढूंढता रहा, वह
आज मंच पर विद्यार्थियों के सामने
उच्च शिक्षा पाने की हौशला दे रहा था ।
कुछ शहीदों के बारें मे, उनका चरित्र
चित्रण कर रहा था, अल्पज्ञ लोगों को
समझा रहा था, आजादी कैसे हुयी
इसकी गाथा सबको सुना रहा था जिसने
अपने कर्मों का किताब कहीं
छुपा कर रखा है ।
बहोत बड़ी बड़ी बातें की उसने,
वह सब उसकी जुबानी थी, और
सच तो ये है की वह सब किसी की
लिखी हुयी कहानी थी ।
उसने ये नही कहा कि अस्पताल में,
मरीजों (गरीबों ) को क्यूँ रुलाते हो,
उचे पद पर बैठकर लूट पाट क्यूँ मचाते हो,
किसी मशले को हल करने मे
इतना वक़्त क्यूँ लगाते हो ।
वो लोग भी क्या अजीब थे
जो उसके चिकनी बातों के करीब थे,
तालियां बज रही थी, जय हिंद के
नारे भी लग रहे थे परंतु.....
हिंदुस्तान को जिताने का या फिर
जश्न ए जीत का भाव किसी के
दिल मे नहीं था ।
सब इसी मे डूब गए, के, कब, कैसे
और किसने आजादी दिलायी,
कितनी मुशक्कत् स्वतंत्रता सेनानियों ने
उठायी... बस इन्ही सब बातों पर
हम सबको फुसला कर रखा है ।
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया, जो
इस जमी का खाता है, इसी जमी पर
रहता है, हम लोगों के बीच जीता है मगर
भला सिर्फ अपना सोचता है,
मै भी चाहता हूँ,
आजादी की शुभकामनाएँ दूँ... पर
किसे दूँ.... किसे....... 😥
✍️ Author Munna Prajapati
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- #poetry #hindi "एक शवाल है..... "
मै बेचारा, नकारा फिर रहा हूँ,
कोई नहीं अपना, मारा मारा फिर रहा हूँ,
मेरे अज़ीज़, मेरे नशीब, मेरे रचित
सब बिछड़ गए मुझसे,
मै दिल का अमीर, हालातों से हारा हूँ,
बहोत शोर है भीतर, कुछ भी नहीं
आ रहा है नजर,
जरा सी दिल ए शुकुन चाहिए....
कोई अपने सीने से लगाकर, जीने का
जुनून देगा क्या...... ! एक शवाल है..
आता है खयालों मे कोई, और वो
बेहीशाब आता है,
रात तो छोड़ो, दिन मे भी,
मेरा महताब आता है ,
लिखता हूँ खत मै, तंहाईयों मे,
खामोशियों मे जबाब आता है,
कौन चाहता है फकीर, यहाँ तो
हर एक के ख्वाबों में नबाब आता है,
कौन है अपना यहाँ, कौन है!
मै बिखर सा गया हूँ,
जरा सी दिल ए शुकुन चाहिए....
कोई सीने से लगाकर, जीने का
जुनून देगा क्या.... । एक शवाल है...
क्यूँ है ऐसे लोग, क्यूँ कोई
सिर्फ अपना देखता है,
क्यूँ टूटता है जब कोई,
साथ सपना देखता है ।
मै अब अंधेरों में पल रहा हूँ,
हर पल कतरा - कतरा जल रहा हूँ,
अब कोई मंजिल नही रही.. मै तो
युहीं अनजानी रास्ते पर चल रहा हूँ ।
क्या होगा, जो होना था हो गया,
उम्र तो किसी की यादों में खो गया,
ये दुनिया मुझे, अधूरी लग रही है,
मौत से मौत की भीख मांग रहा हूँ...
जरा सी दिल ए शुकुन चाहिए..
कोई सीने से लगाकर, जीने का
जुनून देगा क्या.... । एक शवाल है...
✍️ Author Munna Prajapati
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- गलत लोगों का साथ रहना, बहोत हानिकारक है, ख्याल करें :-
मैं आपसे दिल की बात करूंगा। वो बात जो शायद आप सुनना नहीं चाहते, पर जो सच है।
जानते हो, जिंदगी एक सफर है। और इस सफर में हमारे साथी कौन हैं, ये बहुत मायने रखता है।
मुझे याद है, मेरा एक दोस्त था - अमन ( कल्पनिक नाम)। कितना होशियार था वो। लेकिन फिर क्या हुआ? गलत दोस्तों के चक्कर में फंस गया। धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में आ गया। आज जब उसे देखता हूं तो दिल दुखता है। वो चमकती आंखें अब खाली सी हो गई हैं।
फिर सोनू की कहानी है ( मैने कहीं पढ़ा है )। प्यार में अंधा होकर एक ऐसी लड़की से शादी कर ली जो उसे समझती ही नहीं थी। आज वो घर में रहता है, पर अकेला महसूस करता है। उसकी मुस्कुराहट कहीं खो गई है।
और रीना (यह उदाहरण ली गई है )? उसने अपने माता-पिता की बात मानकर एक ऐसे शख्स से शादी कर ली जो उसे पसंद ही नहीं था। आज वो जिंदा है, पर जी नहीं रही।
मैं ये सब देखकर सोचता हूं - क्यों हम अपनी जिंदगी को इतना कम आंकते हैं? क्यों हम गलत लोगों को इतनी अहमियत देते हैं?
दोस्तो, समझो। गलत लोग सिर्फ हमारा वक्त ही नहीं बर्बाद करते, वे हमारी रूह को भी तोड़ देते हैं। वे हमारे सपनों को कुचल देते हैं। हमारी हंसी छीन लेते हैं।
लेकिन याद रखो, अभी भी देर नहीं हुई है। अगर आप गलत लोगों से घिरे हुए हैं, तो बाहर निकलने की हिम्मत जुटाओ। हां, मुश्किल होगा। दर्द होगा। लेकिन ये दर्द उस दर्द से कम होगा जो आप अपनी पूरी जिंदगी गलत लोगों के साथ रहकर झेलोगे।
अपने आप से प्यार करो। अपने सपनों को अहमियत दो। सही लोगों को अपनी जिंदगी में जगह दो। वो लोग जो आपको ऊपर उठाएं, आपको प्रेरित करें, आपकी खुशियों में खुश हों।
क्योंकि अंत में, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे उन लोगों के साथ जियो जो इसे खूबसूरत बनाते हैं, न कि बर्बाद करते हैं।
माँ बाप को भी अपने बच्चों के प्रति विचार करने का आग्रह करता हूँ । जो अपने बच्चों को पुराने उसूलों पर चलाते हैं और अपने अनुसार उनके भविष्य को निश्चित करना चाहते हैं ।
नही ऐसा क्यूँ होगा कोई, हर एक इंसान अलग अलग खूबियों से सुसज्जित है उसे अपने खूबियों पर काम करने दीजिये, वो एक दिन सर्वश्रेष्ठ साबित होगा ।
अगर आप मे काबिलियत है और आप उस जगह पर नहीं हैं तो क्यूँ नही हो! सोचो तुम्हे वही पर होना है, अगर तुम कहीं और हो तो क्यूँ!
तुम कभी सफल नही होंगे । जीवन भर संघर्ष ही संघर्ष रहेगा । कभी दिल को खुशी नही मिल सकती ।
ख्याल करो, सोचो और जो हुनर तुम मे है उसके साथ आगे बढ़ो । जो लगे की तुम्हारे लिए सही नही है, उससे खुद को किनारा कर लो । दूर हो जाओ । संगत का प्रभाव इंसान को ले डूबता है कहीं का नही छोड़ता । ये मेरी बातें कहीं लिख लेना और जीवन भर याद रखना ।
मै उतना बड़ा ज्ञानी तो नही परंतु जो मन में आया मैने समझाने की कोशिश की है अब आगे आपकी इच्छा । धन्यवाद🙏
✍️ Author Munna Prajapati
- काहे का रोना
- शिक्षक दिवस
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