Sudhir Nama
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पापा की डांट
"पापा की डांट" आजकल के जमाने में बच्चों और उनके मम्मी-पापा में होने वाले वैचारिक मतभेद को बताती हैं साथ ही यह सीख देती हैं कि चाहे पिता कितना ही सख्त हो उनका दिल गुलाब की तरह कोमल होता हैं । उनकी बातों का कभी बुरा नहीं मानना चाहिए।
पापा की डांट
"पापा की डांट" आजकल के जमाने में बच्चों और उनके मम्मी-पापा में होने वाले वैचारिक मतभेद को बताती हैं साथ ही यह सीख देती हैं कि चाहे पिता कितना ही सख्त हो उनका दिल गुलाब की तरह कोमल होता हैं । उनकी बातों का कभी बुरा नहीं मानना चाहिए।
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