shabd-logo

" नारी शक्ति का दुरुपयोग "

21 September 2022

35 Viewed 35
👃👃👃🌷नारी शक्ति 🌷👃👃👃

तु अमृतमयी तु जन्मदात्री ,
तु ही हमें संयोयी है ,
खड़ा किया चलना सिखाईं ,
पहचान एक - एक कराईं है ।

ईंक तुही तेरी रूप अनेक , 
सर्वत्र तेरी ही माया है ,
रक्तो कि धारा बहाने वाली,
तु नाड़ी तु नारी तू ही मेरी काया है।

नासिका से श्वास संचालन ,
नासिका रूप ढ़ाई है ,
हे..... मेरी प्राणाधार , 
तुही मेरी पहचान कराई है ।

तुझसे चुराके क्या - क्या ना खाया,
आचरण दो मुखी बनाईं है,
श्रेष्ठ दिखाने कि चाह से तुझको,
पग-पग अपमानित कराईं है ।

दोषारोपण हर बार की तुझपर,
तु तनिक नहीं घबराई है ,
उल्टी -सिधी पांच पन्नो कि,
तिखे शब्द सुनाई है ।

अर्द्धांगिनी नारी को मैंने , 
जुती स्वरुप बनाईं है , 
बहन बेटी को खेल गुड़ियों कि,
घिनौनी संसर्ग अपनाई है ।

तब भी चैन नहीं ली मैंने ,
उन्हें बिक्री कराईं है , 
वृद्ध मां - पिता को ना छोड़ा ,
वृद्धाश्रम तक पहुंचाई है ।

प्रदुषित विचारों कि प्रगाढ़ता , 
छिन्न भिन्न कर डालीं है , 
चरित्र रिश्ते मनोभावना को , 
लोभांग्नि जला डालीं है । 

अंध बना लोभ के कारण , 
धन यौनकिड़ा में गंवाई है , 
नारी सोसड़ कि भागिदारी , 
अमानुष हद तक ढ़ाई है । 

नारी जगत का अत्याचारी , 
एक विचार हीं कहर डारी , 
अगर विचार प्रदुषित ना होता,
मनोरम सम्बन्ध होती उजियारी ।

आर्य मनोज , २०.०९ .२०२२

More Books by Manoj Kumar Kushwaha

1

" नारी शक्ति का दुरुपयोग "

21 September 2022
1
0
0

👃👃👃🌷नारी शक्ति 🌷👃👃👃तु अमृतमयी तु जन्मदात्री ,तु ही हमें संयोयी है ,खड़ा किया चलना सिखाईं ,पहचान एक - एक कराईं है ।ईंक तुही तेरी रूप अनेक , सर्वत्र तेरी ही माया है ,रक्तो कि धारा बहाने वाल

2

" जैविक खेती "

23 September 2022
1
0
0

🌷🌷🌷 जैविक खेती 🌷🌷🌷लहलहाते खेत हमारे ,मन को मोह लेते हैं ,जीवन के प्रत्येक पन्नो में,अपना नाम लिख देते हैं ।तस्वीर उनकी रगो में बहती,हम अनदेखा करते हैं ,भूल जाते उपकार उनकी ,इस लिए आज हम मरते हैं

3

" बुलेट ट्रेन "

14 December 2022
3
0
0

🚄🚄🚄🚄बुलेट ट्रेन🚄🚄🚄🚄 💚💚💚💚🌷✍️🌷💚💚💚💚 बुलेट प्रुफ से दिल बचाकर , बहुत समय गुजारी , अब बचेंगे समय हमारी , बुलेट ट्रेन हुई जारी । आधुनिक तकनीक गर्व हमारी , नवयुग के निर्माण है , आंतरिक स्वा

---