Sharif Ko milati Hai shikast
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जिंदगी में कभी भी अपने परिवार में ज्यादा भरोसा किसी पर मत करना भरोसा इस दुनिया में एक ऐसा झूठ है जिसके आड़े आ कर बड़े से बड़े रियासतें तबाह हो गई शरीर को मिलती है शिकस्त यह शीर्षक इसलिए मैंने चुना क्योंकि मेरे अपनों के ऊपर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने की वजह से आज हमने अपना सब कुछ खो दिया है इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा हूं परिवार को जिम्मेदार ठहरा हूं यहां अपनी शराफत को जिम्मेदार ठहरा हूं समझ नहीं आता पर सोचता हूं कि शायद सारा कसूर मेरी शराफत का था
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