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यह मेरे द्वारा प्रस्तुत की गई प्रथम किताब है, जिसमे मैंने कविताऐं लिखि है ।
अपनी पतंग कट गई !आया अचानक मैं छ्त के ऊपरशीतल पवन के सुदर जखोरो में,नन्ही- नन्हीं बुदियाँ और पक्षियों के शोरों में,कोमल कली मेरी नजर मे आ गईमन करे मेरा उसके उड़ने के संग में,इतनी उड़ी मानों गई वह जू प