भारत अमेरिका आलिंगन
प्रधान मंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी की इस सप्ताह संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) यात्रा इतिहास बनाने के लिए तैयार है। चीन के जुझारूपन, लोगों के बीच गहरे संबंधों और आर्थिक एवं तकनीकी तालमेल पर साझा चिंताओं से बंधे नई दिल्ली और वाशिंगटन डीसी अतीत की बेड़ियों से मुक्त होने के लिए तैयार हैं। यदि बिल क्लिंटन की 2000 की भारत यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय को जन्म देने के रूप में देखा जाता है, तो 2023 में पीएम मोदी की यात्रा रिश्ते की उम्र के आगमन का प्रतीक होगी क्योंकि दोनों बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए आवश्यक कठोर वयस्क निर्णय लेंगे। पटना बैठक विपक्षी एकता योजनाओं की शुरुआत का प्रतीक है लेकिन इसे राजनीतिक, वैचारिक और व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा
पटना में विपक्षी दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य 2024 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए एक साझा मंच की रूपरेखा तैयार करना था। अलग-अलग राजनीतिक दल राष्ट्रीय प्रभुत्व के लिए एक वैचारिक काउंटर बनाने, सीट-बंटवारे की रूपरेखा को एक साथ जोड़ने और राष्ट्रीय मंच पर एक बड़ी भूमिका के लिए पार्टी नेताओं की प्रतिस्पर्धी महत्वाकांक्षाओं को सुलझाने की उम्मीद करेंगे।
सच तो यही भारत के वर्तमान माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश विकास कर रहा है। और विदेश से भी संबंध बन रहे।