आज मुझे कुछ पैसो की जरूरत थी कई लोगों se उधार माँगा मगर
नहीं मिला सही वक़्त पर कोई काम नहीं आता जब जरूरत होती हैं
तब दोड़ कर आते हैं क्योंकि हम गरीब है इसलिए मजबूरी में कोई
साथ नहीं देता यहां तक की खुदक रिस्तेदार भी नहीं साथ देते
सत्य है मगर कड़वा है ये बात सच है दुनिया में पेसा ही सबकुछ
है
नमस्कार