0.0(0)
1 Followers
1 Book
अनहोनी या चमत्कार उस दिन हर रोज़ की तरह हीं मैं अपने समय पर आफिस के लिये घर से निकला। निकलते समय हीं मेरी बेटी ने कहा कि आज उसे ट्युशन पढने के लिये सुबह हीं जाना है। जाने क्युं मगर उस सुबह मैंने अ
आज कोर्ट रूम में बड़ी चहल पहल है । आज तीन महीनो के लगातार सुनवाई और गरमा-गर्म बहस बाजी के बाद इस मामले का फैसला सुनाया जाना था। पिछले तीन महीनो में इस शहर के लोगों ने लगातार इस मामले के हर खबर पर