अगस्त और मैं, जैसे बारिश और बादल, जैसे नदियां और पानी, जैसे जून कि तपती धरा पर अगस्त कि बूंदों की मनमानी, 45 डिग्री पारे के बाद सूखी फसलों कि फिर से हरियाली, एक ऐसा माह जिसकी शुरुआत फुहारों से होतीं, सावन और हरियाली के रंग लिये, श्रद्धा और भक्ती लि