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डायरी

16 December 2022

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बहोत दिनों के बाद आज फिर जीना शिखा,
बहोत दिनों के बाद आज ख़ुश हु मैं,
बहोत दिनों के बाद आज खुद से मिली हु
बहोत दिनों के बाद आज खुद से बात हुई है
बहोत दिनों के बाद दिलने कुछ लिखना चाहा
बहोत दिनों के बाद आज फिर कलम उठी है

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