Meaning of सम्मान in English
- A ceremony formerly used in conferring knighthood, consisting am embrace, and a slight blow on the shoulders with the flat blade of a sword.
- A brace used to join two or more staves.
- A yielding of judgment or preference from respect to the wishes or opinion of another; submission in opinion; regard; respect; complaisance.
- Duty; service owed; hence, due act of civility or respect; -- now usually in the plural; as, they paid their devoirs to the ladies.
- of Honor
- To keep in view; to behold; to look at; to view; to gaze upon.
- Hence, to look or front toward; to face.
- To look closely at; to observe attentively; to pay attention to; to notice or remark particularly.
- To look upon, as in a certain relation; to hold as an popinion; to consider; as, to regard abstinence from wine as a duty; to regard another as a friend or enemy.
- To consider and treat; to have a certain feeling toward; as, to regard one with favor or dislike.
- To pay respect to; to treat as something of peculiar value, sanctity, or the like; to care for; to esteem.
- To take into consideration; to take account of, as a fact or condition.
- To have relation to, as bearing upon; to respect; to relate to; to touch; as, an argument does not regard the question; -- often used impersonally; as, I agree with you as regards this or that.
- To look attentively; to consider; to notice.
- A look; aspect directed to another; view; gaze.
- Attention of the mind with a feeling of interest; observation; heed; notice.
- That view of the mind which springs from perception of value, estimable qualities, or anything that excites admiration; respect; esteem; reverence; affection; as, to have a high regard for a person; -- often in the plural.
- State of being regarded, whether favorably or otherwise; estimation; repute; note; account.
- Consideration; thought; reflection; heed.
- Matter for consideration; account; condition.
- Respect; relation; reference.
- Object of sight; scene; view; aspect.
- Supervision; inspection.
- The state or quality of being respectable; the state or quality which deserves or commands respect.
- of Respect
- With regard or relation to; regarding; concerning; as, respecting his conduct there is but one opinion.
- To regard with reverence, or profound respect and affection, mingled with awe or fear; to venerate; to reverence; to honor in estimation.
Meaning of सम्मान in English
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- आशा
- दिव्य दर्शन के द्वारा,दीपावली के शुभ अवसर पर.. प्राप्त सम्मान पत्र.. "दीपोत्सव साहित्य सम्मान 2023 " के लिए विजय शर्मा जी को दिल से धन्यवाद... 🙏💕.. शुभ दीपावली...
Author Munna Prajapati #success #successful #filling #viral #post #trend #viralpage
- दिवाली की #poetry #competition मे विजेता का सम्मान मिला.. बहोत खुशी होती है । ये जीवन ऐसे ही गुजर जाय.. मै कामना करता हूँ🙏🙏 #thankyou #love
- #poetry
बातों को समझता कौन है,
समझाना शुरू कर देता है ।
रूठ कर कोई मानता कहाँ है,
मनाने वाला मनाता ही रह जाता है ।
हमारी बातों को कहा कोई मानता है,
बातों का बुरा ही मान जाता है ।
यदि कोई दिल से कोशिश करता है,
किसी को जानने की, जान ही जाता है ।
अब कहाँ कोई किसी को सम्मान ही देता है,
क्षण मे दोस्ती क्षण में दुस्मनी,
कभी कभी जिस्म से जान भी लेता है ।
यह दुनिया अब मशीनों पर निर्भर है,
कहा कोई खुद से काम लेता है ।
मुफ्त का रिश्ता कोई नही बनाता,
हर कोई रिश्तों का दाम लेता है ।
कोई तुम्हारा नही है यहाँ और
नही तुम किसी के हो ,
तुम्हे उसकी जरूरत है उसे तुम्हारी जरूरत है,
और बस यूहीं हर कोई
एक दूसरे को अपना मान लेता है ।
Author Munna Prajapati #love #reality #life #reallife #loveislove #writer #writing
- #poetry " कोई गीत या प्रीत, ऐसे ही नही बनते "
रिश्ते निभाने के लिए, दो हाथ लगतें हैं,
और आपको ये आसान बात लगतें हैं ।
व्यक्तित्व उसमे नहीं जिसमे,
आपके आत्म सम्मान लगतें हैं ।।
धन कमाना है जीने के लिए सच है मगर,
खयाल यह भी रहे, करम मरने के बाद लगतें हैं ।
बस आज ही तो है, कल कहाँ है ,
अंतिम चरण में सिर्फ शमशान लगतें हैं ।।
सबकी दौड़ जारी है, एक दूसरे के पीछे,
कोई हमसे आगे ना निकल जाय...!
ये इंसान नहीं, बेईमानों के जात लगतें हैं ।
कुछ इंसान, यहाँ सर्वज्ञानि हैं, खुद में,
हमे तो ,ये सब , नादान लगतें हैं ।।
मै समय हूँ मुझे, खुद पर कोई रोक नहीं,
प्रत्येक अवस्था नये मुलाकात लगतें हैं ।
समझो, जीवन का सच जानने के लिए,
एक सच्चे और अच्छे, ईमान लगतें हैं ।।
कोई गीत या प्रीत , ऐसे ही नहीं बनते,
रचित, उनमे हमारे जज्बात लगतें हैं ।
युगों - युगों तक जीवित रहने के लिए,
तन मन से, महाबीर और वर्धमान लगतें हैं ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #poetry #poem #life #realtalk #Real #writer #writing #virals #motivation #hindi #imotional
- #lyrics #bhojpuri असहिं उमिरिया ना जियान करिह...
करिह खुद से मोहब्बत, बहुते बाटे हो जरूरत,
केहु होई ना तोहार, फ़रेब दिखायी नाहीं सूरत,
व्यर्थ जाए ना समईया धेयान रखीह...
नाहीं असहिं उमिरिया जियान करिह...
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह....।
पहिरी पउआ मे पायल घुंघरू केतनो बाजायी,
मन मोहक रुपवा केहू केतनो साजायी..... २
कुछ दिन जिनीगिया के रास्ता सुनसान रखिह...
नाही असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह..... ।
बोलिह सोच समझ के काल्हे तोहरे भीरी आई,
मान सम्मान कहीं भूईया गिर जाई.... २
अपनों तरफ कुछ बयान रखिह...
नाही असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह.... ।
बोली मीठी मीठी बात केहू केतनो बाझायी,
करि हs ना भरोशा उहे खुशी छीन जायी.... २
रखिह सब कुछ बाकी ना गुमान रखिह.....
नाहीं असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह..... ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ. प्र.)
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- #poetry शिर्षक :- " मेरे पुस्तक...गल जायेंगे "
हो रही है बारिश, मेरे पुस्तक गल जायेंगे,
जो लिखीं हैं इनमे, वो बातें कल आयेंगे,
मत छेड़ो उसे जो नादान है,
टूट जायेगा हौशला, और जो आत्म सम्मान है,
जो जन्मा है मनुष्य, बहोत महान है,
मत करना गुरुर, यह जीवन दान है,
धरती है करीब मगर, उचा आसमान है,
तुम हो अकेले भीड़ मे, ये दुनिया बिरान है,
चलो सरल रास्ते को छोड़ो,
मुख मंजिल के तरफ मोड़ो,
आरे ...एक बार तो पन्ने को पलट,
तू कुछ तो लिख ...सही या गलत,
सोचता क्या है, तू लिखना शुरू कर,
अंधेरा है... तू जिधर जायेगा रौशनी उधर आयेगी,
वो तेरी है.. तुझे मिलेगी.. किधर जायेगी,
तुम्हे बस इस पुस्तक को पढ़नी है,
सरल है, जीवन की सीढ़ी पर चढ़नी है,
आज कारवाँ आगे है, कल पीछे होगा,
जो तुमसे उच्चा है, वो तुमसे नीचे होगा,
चल पांच कदम, आगे रास्ता मिल जायेगा,
बदलेगा मौषम कामयाबी का, फूल खिल जायेगा,
बीत रही है उमर, ये दिन ढल जायेंगे,
जो लिखीं हैं इनमे, वो बातें कल आयेंगे,
हो रही है बारिश, मेरे पुस्तक गल जायेंगे ।।
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट :- don't copy, share direct please 🙏
- आज कल न इस जगत में सब कुछ उल्टा हो रहा है /-
कोई नीति जब बनती है तो लगता है की यह सही है, हितकर है परंतु कुछ समय बाद पता चलता है की उस पर लागू नहीं होती जिसने उसे बनाया है । तो फिर.... 🥺
नदियों को माता कहा जाता है और देखें तो औसत रूप से नदियों को गंदा और दूषित करने मे हमारा ही हाथ है । तो फिर... 🥺
ये धरती हमारी माँ है । हम इसकी पूजा भी करते हैं और इस धरती पर सबसे ज्यादा दुष्कर्म ,हम ही कर रहें हैं । तो फिर...... 🥺
हमेशा प्रकृति के प्रतिकूल काम कर रहें हैं । और फिर कह रहें हैं की प्रकृति बदल रही है । नहीं....
उसे बदलने पर हम मजबूर कर रहें हैं । तो फिर..... 🥺
कोई चोर यु ही नही बनता है खुद से, गुनहगार खुशी से कोई गुनाह नही करता । उसके सामने हम ऐसे हालात खड़ा कर देते हैं की वह चोरी करता है या कोई गुनाह कर बैठता है । तो फिर.... 🥺
सामने वाला हमे इज्जत, सम्मान, प्यार जरूर देता और मुख्य रूप से देता भी है परंतु हम ही उसे बेशर्म और क्रूर बनने पर मजबूर कर देते हैं, उसे प्रतिउत्तर मे अपमान परोशकर । हम सामने वाले को अपने धन का, पद, प्रतिष्ठा का ,शक्ति का प्रताडन देकर । तो फिर... 🥺
प्रेम प्राकृतिक है । यही सृष्टि का एक मात्र आधार है । यह समाप्त हो गया अगर तो हमारा अस्तित्व समाप्त हो जायेगा । मोहब्बत करो और करने दो एक दूसरे से , मगर ...
तुम तो नफ़रत दिलों में पाल रहे हो । तो फिर.... 🥺
संत ने कहा, यह दुनिया मोह माया से घिरी हुयी है । दूर निकलो इन भावनाओं से, और तुम निकल गए । क्यूँ नही सोचा उसके बारे में, जिसने तुम्हे जन्म दिया और इस सोच के काबिल बनाया । वह स्त्री जिसको तुमने व्याह कर लाया । वह शिशु जो तुम्हारे नाम से इस धरा पर आया । तो फिर..... 🥺
✍️ Author Munna Prajapati #PostViral #post #realtalk #reallife #thoughts #writer #india #culture
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