Meaning of रोग in English
- Indisposition; morbid affection of the body; -- not applied ordinarily to acute diseases.
- Lack of ease; uneasiness; trouble; vexation; disquiet.
- An alteration in the state of the body or of some of its organs, interrupting or disturbing the performance of the vital functions, and causing or threatening pain and weakness; malady; affection; illness; sickness; disorder; -- applied figuratively to the mind, to the moral character and habits, to institutions, the state, etc.
- To deprive of ease; to disquiet; to trouble; to distress.
- To derange the vital functions of; to afflict with disease or sickness; to disorder; -- used almost exclusively in the participle diseased.
- Any disease of the human body; a distemper, disorder, or indisposition, proceeding from impaired, defective, or morbid organic functions; especially, a lingering or deep-seated disorder.
- A moral or mental defect or disorder.
- Of or pertaining to pathology.
- The quality or state of being sick or diseased; illness; sisease or malady.
- Nausea; qualmishness; as, sickness of stomach.
- Quality or state of being unwell.
- That quality or property of anything which touches the feelings or excites emotions and passions, esp., that which awakens tender emotions, such as pity, sorrow, and the like; contagious warmth of feeling, action, or expression; pathetic quality; as, the pathos of a picture, of a poem, or of a cry.
Meaning of रोग in English
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- #lyrics #भोजपुरी #बिरह #गीत (बिराहा)
एक त ई चढली जवानी,
आ दूजे हम कुवारे रे बानी.....
हाय..जुलुम गजबे, ढाहेले हो राम
पुरवईया बैरी... सतावेले हो राम
पुरवईया बैरी.... ।
केकरा से कहीं हम, दिलवा के बतिया हो,
तड़पेला जिया मोरा, सेजिया प रतिया हो ।
हाय..जल बिना मछरी सा,छछने परान ....
हा हा जुलुम गजबे, ढाहेले हो राम
पुरवईया बैरी.. .... सतावेले हो राम
पुरवईया बैरी..... ।
उमरिया के रोग हवे, संभरे ना संभले हो,
मातल ई जवनिया मे, भोर होखे जगले हो ।
हाय.. केतना सुघर बदन केहु, करे ना बखान...
ओह पे जुलुम गजबे, ढाहेले हो राम
पुरवईया बैरी...... सतावेले हो राम
पुरवईया बैरी.... ।
बाप भाई औरि माई, बात हमार समझे ना पाई,
घर में ना बड़ी भउजायी, जाके हम केसे बातायी ।
हाय... मन मोरा चाह तावे, उड़ल आसमान.....
आरे जुलुम गजबे, ढाहेले हो राम
पुरवईया बैरी...... सतावेलें हो राम
पुरवईया बैरी......... ।
✍️ Author Munna Prajapati
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- #lyrics #bhojpuri प्यार में पागल भईनी....
हामारा मांगी के सिंगार,
हो जा राजा जी हामार.... २
नाही कटे पाई तोहरा, बिन उमिरिया हो....
प्यार में पागल ,हम तs भईनी ,ए सवरिया हो... २
हा...... हा.... हा.... ला... ला.... ला.... हे.... हे... हे..
प्यार में पागल, हम तs भईनी, ए सवरिया हो....
ना जानी हम सजना, पिरीतिया के रोग हो,
जाने अंजाने तोहसे, लागी गईले जोग हो... २
रात भर जगले बितायी.......
दिन मे चैन ना पाई..... २
बसा लिहलस तोहके मोर नजरिया हो....
प्यार में पागल, हम तs भईनी, ए सवरिया हो...
हो.... हो.... हो.... आ... आ..... आ........
प्यार में पागल, हम तs भईनी, ए सवरिया हो...
काहें ना बुझेलs राजा ,भीतरी के बतिया,
संगे लागालs अपना, एहो संगतिया..... २
कबले हरदी हमरो लागी......
कहिया बुती हई आगी...... २
आवे अंगड़ाई बहे पुरुआ बयरिया हो...
प्यार में पागल, हम तs भईनी, ए सवरिया हो...
आ.... आ.... आ..... हो.... हो.... हो......
प्यार में पागल, हम तs भईनी ए सवरिया हो.... ४
~ मुन्ना प्रजापति
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- #lyrics #bhojpuri हमके हो गईल बा प्यार...
M- एतना सुनर लागे ई संसार,
बसा लिहलस चेहरा केहुके, अखिया हामार... २
लागता अईसे की हमके,हो गईल बा प्यार... २
F- खिलल बदन चेहरा चमके हामार,
एसे पहिले नाहीं अईसन आईल निखार... २
लागता अईसे की हमके, हो गईल बा प्यार.... २
M -अखियन मे आपना छुपा लिहि तोहके,
दिलवा के धड़कन बाना लिहि तोहके..... २
बा जियरा बेचैन केतना, भइल बा लाचार.....
लागता अईसे की हमके, हो गईल बा प्यार...
F- सापाना साजाके तोहे आपन बानाके,
रख लीहनी सजना तोहे दिल मे छूपाके... २
दिल के बगिया मे तs, हो गईल बा बाहार....
लागता अईसे की हमके, हो गईल बा प्यार....
M- सुतलों मे अखिया जागल रहता,
सब कुछ भूल के उनके पीछे भागल रहता.... २
सोचतानी करीं कबो, उनका से इजहार....
लागता अईसे की हमके, हो गईल बा प्यार...
F- सोची सोची मन भितरे गुदगुदाता,
ना जियल जाईं उनका बिन अईसन बुझाता.... २
तनिका ना हमके ,ई रोग हो गईल बेसुमार....
लागता अईसे की हमके, हो गईल बा प्यार...
साचो हो गईल बा प्यार... हा.. हा.. हा.....
~ मुन्ना प्रजापति
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