Meaning of नाज़ुक हालत in English
- State of being entangled; intricate and confused involution; that which entangles; intricacy; perplexity.
Meaning of नाज़ुक हालत in English
English usage of नाज़ुक हालत
Synonyms of ‘नाज़ुक हालत’
Antonyms of ‘नाज़ुक हालत’
Articles Related to ‘नाज़ुक हालत’
- कड़कती बिजलियां...
- #bhojpuri #lyrics नाहीं सम्हरि ई मन....
आरे ए हो सजन, बहकावs ना मन,
देखs सिहरे बदन, तोहार अईसे छुअन.... २
अखियाँ से ना दिल मे उतर जाई...
नाही सम्हरि ई मन कुछु कर जाई.... ।
नन्हे बा उमरिया हामार , नाजुक बदन हो,
टूट जाई फुल उजर, जाईं चमन हो... २
एजी छुटे पसेना देह कापता....
बढल धड़कन बा दिल हामार हाफता..
हाथ फेरीं ना सीसा बिखर जाईं....
नाही सम्हरि ई मन कुछु कर जाई..
अखिया से ना दिल मे उतर जाईं..
नाही सम्हरि ई मन कुछु कर जाई.... ।
चमकत बिजुरिया बडुवे, हई कातिल नजरिया,
जाई मुचुक सईया ,मोर पतरी कमरिया... २
छोड़ दिहिं कुछ दिन सेयान होखेदिँ...
ए हो रचित सवरिया जवान होखेदिँ..
सब रउवे बा धन नाहीं
दोसरा के फेरा मे पर जाई...
नहीं सम्हरि ई मन कुछु कर जाई....
आरे ए हो सजन, बहकावs ना मन,
देखs सिहरे बदन, तोहार अईसे छुअन.... २
अखियाँ से ना दिल मे उतर जाई...
नाही सम्हरि ई मन कुछु कर जाई.... ।
~ मुन्ना प्रजापति
#writer #life #virals #singer #songlyrics #songwriter #song #writing #songwriting
#pawansingh999 #khesari #shilpiraj
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- हमारी सभी बहनों के लिए यह जनकारी अवश्यक् है :-
पिछले 3 साल का डाटा, 43 लाख लड़कियों में बाझपन और 30 लाख में कैंसर पाया गया... वैलेंटाइन के बाद मुश्किल से 10 दिन के अंदर गायनेकोलोजिस्टो के पास लड़कियों की भीड़ लग जाती है...
टीवी पे ऐड आता है सिर्फ एक कैप्सूल से 72 घंटो के अंदर अनचाही प्रेगनेंसी से छुटकारा...
बिना दिमाग की लडकिया, ऐसी गोलियां जिसका न कम्पोजीशन पता होता है न कांसेप्ट…
बस निगल जाती हैं…
इन फेक गोलियों में आर्सेनिक भरा होता है यह 72 घंटो के अंदर सिर्फ बनने वाले भ्रूण को खत्म नही करता बल्कि पूरा का पूरा प्रजनन तंत्र ही खत्म कर देता है…
शुरू में तो गोलिया खाकर सती सावित्री बन जाती हैं लेकिन शादी के बाद पता चलता है ये अब माँ नही बन सकती…
तो सबको पता चल जाता है इनका भूतकाल कैसा रहा है, पर कोई बोलता नही जिन्दगी खुद अभिशाप बन जाती है…
सरकार हर साल मातृत्व सुरक्षा, जननी सुरक्षा, बेटी बचाओ जैसी योजनाओ के नाम पर करोड़ो रुपयेफुक देती है।
आज हालत ये हैं 13-14 साल की बच्चिया बैग में i-pill लेकर घूम रही है ये मरेंगी नही तो क्या होगा…
और ऐसी जहरीली चीजे वैलेंटाइन पर मेडिकल माफिया भारतीय बाजारों में जानबुझकर उतारता है...
क्युकी सबको पता है, भारत में बुद्धिजीवी वर्ग का कोई मान नही होता... पहले ये लड़कियों को जहर खिलाकर बीमारी देते हैं... फिर उसकी दवाई बेचकर अरबो रूपये कमाते हैं... जिसमे नेता भी कमाई करते हैं... क्युकी ऐसे जहर को बेचने का परमिट और उनकी चेकिंग न करवाने का काम नेता ही कर सकते हैं...
बेटी आपकी, तो उसकी जिम्मेदारी भी आपकी... इस वैलेंटाइन उसके पीछे संत महापुरुष का ही नही बल्कि आप खुद सजग रहोगे, देखने पर विरोध करोगे।
समय है वेलेंटाइन जैसे कुकर्म को बढ़ावा देने वाले घटिया मानसिकता की जगह जगह अपने माता पिता का पूजन कर देश की युवा पीढी को सुदृढ़ बनाने का...
या फिर अगर चाहते हो आपकी बेटे बेटी जमके अय्याशी करे, और बाद में कैंसर, बाझपन, STD की वजह से मर जाए और आपका बोझ हल्का हो... तो एक ही बार में सल्फास दे दो...
समस्या आपके बेटी की अय्याशी और उसके मरने से नही, समस्या होती है, जो दवाईया बेचकर विदेशी कम्पनिया हर साल हमारे देश का अरबो रुपया लुट लेती हैं उससे है... आज कल की सच्चाई।
सभी बहनों के हित मे, यह जनकारी समर्पित किया है ।
सतर्क रहो, भूलकर भी यह गलती मत करना वरना जीवन भर पछताना पड़ेगा.... ।
जनकारी स्रोत : गूगल कोरा..
- मेरा हाल वो मेरी तबीयत क्या जाने
- वो सर्द रात- 13
- वो सर्द रात- 10
Browse Other Words By Clicking On Letters