I love natures
Free
पढ़ते रहते है कही.... उनकी खबर मिल जाये...लिखते रहते है ताकि... उनको मेरी खबर मिल &nb
अगर भूल जाना इतना आसान है,तो पिंजरे से निकलकर पंछी, क्यों नहीं पंख फैला रहा है, यह जो आदत पडी है मुझे तुम्हारी, अब इस दुनिया का हर घर मेरे लिए पिंजरा हो गया है।
छीन लिया उसने मेरा वो किरदार, जबमैं आँख बंद करके सभी पर भरोसा करता था । आज उसके धोखे ने मुझे यह बता दिया, यहाँ हर इंसान सच्चा नहीं होता,और हर अच्छा दिखने वाला इंसान अच्छा नहीं होता।
जिस पल आपकी मृत्यु हो जाती है,उसी पल से आपकी पहचान एक "बॉडी" बन जाती है।अरे"बॉडी" लेकर आइये,"बॉडी" को उठाइये,ऐसे शब्दो से आपको पूकारा जाता है, वे लोग भी आपको आपके नाम से नही पुकारते ,जिन्ह