shabd-logo

A_superhero || एक सुपर हीरो

15 December 2022

44 Viewed 44

           A_superhero || एक सुपर हीरो



" महानगर_ शहर के किसी कोने में एक घर के भीतर TV_ चल रही होती है और टीवी के अंदर एक न्यूज़ टेलीकास्ट हो रही थी ।।


TV_ न्यूज़_____


" आज तक न्यूज़ में आपका स्वागत है ,, "मैं किरण" आज तक न्यूज़ से और मैं आज आपको बताऊंगी मौसम से संबंधित कुछ खास खबरें ।।__ तो चलिए शुरू करते हैं ,, आज मौसम विभाग ने मौसम के आंकड़ों को देखते हुए चेतवानी जारी की है। आज शाम घनी-बारिश और तूफान की आशंका नजर आ रही है । आंकड़ों को देखकर यह भी बताया जा रहा है कि बहुत तेज बारिश और तूफान के साथ-साथ तेज बिजली का भी लोंगो को सामना करना पड़ सकता है । इसीलिए लोगों से अनुरोध है आज शाम सब अपने - अपने घरों में सुरक्षित रहें ।।___ अब हम जानेंगे गुरु गोपाल श्री कृष्ण से की आज का दिन लोगों के लिए कैसा रहने वाला है तो गुरु जी हमारे दर्शकों को बताइए क्या आज का दिन लोगों के लिए ठीक साबित हो सकता है ।।____ 


                ____,, गुरु गोपाल कृष्ण जी ,,__ 


"आज तारीख 21 अगस्त 2018" आज ही के दिन एक बड़ी बिजली आसमान से जमी पर गिरेगी लेकिन यह बिजली कोई साधारण नहीं होगी यह बिजली सत्य की शक्ति होगी । साफ- साफ शब्दों में कहूं तो उस ऊपर वाले ने मानव जाति के लिए आज का दिन ही तय किया है उस अद्भुत शक्ति को हमारे बीच लाने का! आज वह बिजली इन आंधी और तूफान के बीच हो रही बारिश में गिरेगी औऱ उसे देखने वाला कोई नसीब वाला ही होगा ।।_

                   

                    _____ ,, किरण ,,_____


 "तो जैसा कि आप सब ने देखा गुरु गोपाल कृष्ण जी ने आज एक अद्भुत शक्ति को बिजली के रूप में यहां इस जमीन पर गिरने की बात कही है आप सब को क्या लगता है । गुरुजी की बात में कितनी सच्चाई है ,, जो भी हो आप कहीं जाइएगा मत हम आप से दोबारा मिलते हैं बस एक छोटे से ब्रेक के बाद ।।


" वही उस घर के बाहर एक आदमी खड़ा होता हैं । जो यह न्यूज़ देख रहा होता है उस आदमी का नाम अमर होता हैं अमर एक 30 वर्षीय युवक होता है। जिस के फटे पुराने कपड़ों से पता चल रहा होता है कि अमर एक बहुत गरीब इंसान हैं जो अपनी रोजी - रोटी का इंतजाम करने के लिये कूड़ा कचरा बेचकर हर दिन अपने एक वक्त के खाने का इंतजाम करता था ।।


" अमर अपनी पीठ पर एक सफेद रंग का बड़ा झोला टांगे हुए यही न्यूज़ देख रहा होता है तभी अचानक बिजली चली जाती है और न्यूज़ बंद हो जाती है यह देखकर अमर उदास होते हुए बोलता है  ।।


                    ______ ,, अमर ,,_____ 


" हम्म,,खैर आज किसी ने टीवी बंद नहीं कि आज तो उस ऊपर वाले ने ही बिजली की टिकट काट दी ,, और न जाने आजकल के लोग इन बाबाओं पर यकीन कैसे कर लेते हैं लगता है मुझे भी किसी बाबा का भेष बदलकर बैठ जाना चाहिए फिर लोग मेरी भी बातों पर यकीन करेंगे ।।


"अमर इतना बोल ही रहा होता है कि अचानक अमर जिस घर के बाहर खड़ा होकर टीवी देख रहा होता है उसी घर का मालिक "रामप्रसाद" बाहर आता है और अमर को देख कर गुस्से में कहता है ।।


                  ______ ,, रामप्रसाद ,,______ 


" अरे - तू फिर से आ - गया तुझे कितनी बार कहा है हमारे घर के आजू - बाजू मत भटका कर इस घर में लड़कियां भी है और मेरे बच्चे भी । वह सब तुझे देखते हैं तो डर जाते हैं चल भाग यहां से दोबारा आना मत यहाँ ।।


"अमर राम प्रसाद की बातों पर मुस्कुराते हुए वहां से अपना झोला उठाकर जाने लगता है ,, अमर अपना झोला उठाए अपने मन में कोई गाना गुनगुनाते हुए अपने घर की ओर जाने लगता हैं ।।


                           ___,, गाना ,,___


" सुख दिन बीते रे भैया , अब दुख आयो रे हम्म्म्म,,हम्म्म्म,,ह्म्म्म,, अब दुख आयो रे ,,अब दुख आयो रे ,, मन मेरो भायों रे ,, हाँ मन मेरो भाइयों रे ।।


" अमर चलते हुए थोड़ी ही दूर तक जाता है और अचानक से आसमान से एक नीले रंग की बड़ी बिजली ,, किसी चमकते हुए सितारे की तरह आकर सीधा एक घर के पीछे गिरती है। अमर इतनी बड़ी बिजली को देखकर जमीन पर गिर पड़ता है ,, तभी अचानक ही पूरा आसमान नीले रंग की रोशनी से जगमग होकर पलक झपकते ही गायब हो जाता है ।।


" तभी अमर डरते - कापते हुए खड़ा होता है और अपने मन में सोचते हुए कहता है ।।


                      _______,, अमर ,,_______


" यह क्या हुआ । यह किस तरह की बिजली थी ,, मैंने आज तक इतनी बड़ी ओर अदभुद बिजली जमीन पर गिरते हुए नहीं देखी । लगता हैं मुझे वहाँ जा - कर एक बार देखना चाहिए ।।


" तभी अमर उस जगह जा पहुंचता है जहां पर बिजली गिरी होती है अमर जैसे ही उस जगह पहोचता है तो अमर चौक जाता है अमर देखता है कि वहाँ उसके सामने कोई अजीबोगरीब लिबास पहने बेहोश पड़ा हुआ है अमर उस बेहोश पड़े शख्स के अजीब से लिबास को देख कर हैरानी से बोल पड़ता  है ।।


                _______ ,, अमर ,,_______


" हे भगवान यह कैसा करिश्मा है इसने यह किस तरह के कपड़े पहन रखे हैं अजीब ही लिबास पहन रखा है । नीला और काले रंग का लेकिन ये इसके सीने पर यह किस तरह की रोशनी की चमक है ।।


" अब अमर जैसे ही उस शख्स के सीने पर चमक रही उस रोशनी को छूता है तब अचानक ही उस बेहोश शख्स के शरीर से अजीब सी - रोशनी उत्पन्न होती है । और उस रोशनी की चमक के प्रभाव से अमर चिल्लाते हुए जमी पर गिर पढ़ता हैं और पलक झपकते ही वह रोशनी गायब हो जाती है ।।


"अमर खुद को संभालते हुए खड़ा हो ही रहा था कि अचानक अमर की नज़र उस शख्स की और पड़ती है । अब अमर थोडा डरा हुआ होता है क्योंकि उस शख्श के पूरे शरीर से अजीब - सा धुंवा निकल रहा होता है और अब वह अजीब लिबास भी गायब हो गया था ।।


" यह देख कर तो अमर की एक - पल के लिए सास ही रुक जाती है अब वह अनजान शख्स आम कपड़ों में दिखाई देने लगता हैं । यह देखकर अमर के तो जैसे होश ही उड़ जाते हैं तभी अमर खड़े होकर कहने लगता है ।।


                    _______,, अमर ,,________


" मेरी जिंदगी में कई हादसे हुए हैं लेकिन ऐसा हादसा पहली बार देख रहा हूं लगता है मुझे इसकी मदद करनी चाहिए और इस रात के अंधेरे में ,, मैं इसे यहीं ऐसे नहीं छोड़ सकता हु इसे मैं अपने घर ले चलता हूं ताकि यह ठीक हो सके ।।


"अमर इतना बोल कर उस अनजान शख्स को उठा कर अपने कंधे पर लाद लेता है तभी उसी वक़्त मौसम का रुख बदल जाता है और वहां ठंडी - ठंडी हवाएं चलने लगती है और आसमान से धीरे - धीरे  बारिश शुरू हो जाती हैं । बारिश को देखकर अमर चलते-चलते गाना गुनगुना ने लगता है ।।



                     _______,, गाना ,,_______



" ह्म्म्म,, ह्म्म्म,, सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं ह्म्म्म,, ह्म्म्म,।। 


" अब अमर उस शख्स को उठा कर सड़क पर पहुँच जाता है । लेकिन तभी उस सड़क की दूसरी तरफ से बहोत तेजी से एक बस आ - रही होती है बस में बैठा ड्राइवर बीच सड़क पर अमर को देखकर अचानक ही ब्रेक लगा देता है । लेकिन बारिश की वज़ह से बस के तुरंत ब्रेक लगाने से बस स्लिप हो कर पलट जाती हैं और उस बस का बहोत बड़ा एक्सरिडेन्ट हो जाता हैं और देखते ही देखते बस के अंदर आग लग जाती हैं ।।


" तभी अमर उस बस का एक्सरिडेन्ट होते देख तुरंत ही उस शख्स को नीचे लेटा कर बस के पास आ - जाता हैं अमर बस के पास आ-कर देखता है तो उस बस में बहोत सारे लोग दर्द से चिल्ला रहे होते है तभी अमर घबराते हुए कहता है ।।


               _________,, अमर ,,_________


" हैं ,, भगवान यह मेने क्या कर दिया । अब ,, अब में क्या करूँ इन्हें कैसे बचाऊ ।।


"अब बस के अंदर फसे लोग चिल्लाने लगते है । अमर उन सब को इस हालत में देख कर बस के कांच को अपने हाथों से तोड़ने लगता है लेकिन कांच नही टूटता है तभी अमर रोते हुए आसमान की ओर देखता है और चिल्लाते हुए कहता हैं ।।



                _________,, अमर ,,_________


 " है ,, ईश्वर मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई ,, मेरी वजह से पूरी बस एक हादसे का शिकार हो गई '' मुझे मेरी गलती सुधारने का मौका - दे यह मेरी वज़ह से हुवा है मुझे इतनी शक्ति दे कि में बस के इस काँच को तोड़ सकू ।।


" तभी अमर अपने हाथ से बस के सामने वाले बड़े शीशे को तोड़ने लगता है लेकिन वह शीसा टस से मस तक नही होता है फिर अचानक ही अमर गुस्से से खड़ा हो कर पागलों की तरह बस को उठाने की कोशिश करने लगता हैं और बस को धक्का दे - कर जोर से चिल्लाते हुए कहता है ।।



               _________,, अमर ,,_________



" है ,, ऊपर वाले मदद कर नही तो यह सब मारे जाए गए ।।


" अब अमर गुस्से में रोते हुए बस को उठाने लगता है अमर बस को हिलाने की बहोत कोशिश कर रहा होता है लेकिन यह बात अमर भी जनता था कि वह इस बस को उठाना तो दूर हिला भी नही सकता है । लेकिन तभी आसमान में अजीब - सी हरकत होने लगती है और पूरा आसमान एक नीले रंग की रोशनी से जगमगा उठता है ।।


" तभी अचानक ही वह बस उठने लगती है बस को अपने आप उठते देख अमर चौक जाता है और कहता है ।।


              _________,, अमर ,,_________

 

" यह कैसा करिश्मा है बस अपने आप ही ।।


" अमर बस इतना की कहता है कि अचानक अमर की नजर अपनी दाहिनी और पड़ती है अमर देखता है कि कोई शख्स पूरी बस को अपने दोनों हाथों में थामे हुए हैं ।।


" तभी एक ऐसा चमत्कार होता है जिसकी उम्मीद किसी ने भी नही की होती है । बस के अंदर घायल सभी लोग और अमर यह चमत्कार देख कर चौक जाते है । 


" अब अमर उस शख्स को पहचान लेता है और उस शख्स को देख कर हैरानी से कहता है ।।


               _________,, अमर ,,_________



" तुम तो वही हो ।।


" तभी वह शख्स पूरी बस को अपने दोनों हाथों से उठा कर सीधा कर देता है । अमर यह नजारा देख यकीन नही कर पा - रहा था अब सब लोग बस से बहार आ - कर उस शख्स को देख कर आपस मे पूछने लगते है आखिर कौन है यह इन्शान और इसने एक बस को अपने दोनों हाथों से इतनी आसानी से उठा कर सीधा कैसे कर दिया ।।


" तभी वह अनजान शख्स अमर के पास चल कर आता है और अमर के सामने खड़ा होकर अमर का नाम लेता है ।। 


          _______" अनजान शख्स "________


" अमर _____,,


" अब अमर उस शख्स के मुंह से अपना नाम सुनकर हैरानी से सोच में पड़ जाता है और वहां खड़े लोग भी हैरानी से अमर की ओर देखने लगते हैं और तभी अचानक ही वह अनजान शख्स अपने घुटनों पर बैठकर अपनी आंखें बंद कर लेता है और तभी घायल लोगों की भीड़ से एक खूबसूरत लड़की दौड़ते हुए उस अनजान शख्स के पास आती है और उस अनजान शख्स को अपनी गोदी में लेटा कर अमर से कहती है  ।।


                  _______,, लड़की,,_______



" लगता है यह बेहोश हो गए है । मिस्टर अमर इन्हें उठाकर घर ले चलते हैं आइए मेरी मदद कीजिए ।।


" अमर वही खड़ा यह सब देख रहा था और हैरानी से हड़बढ़ाते हुए कहता है ।।


                _________,, अमर ,,_________


" अअअअ ,, हां हां हां मैं आपकी मदद कर रहा हूं करता हूं ।।



" अमर इतना बोल कर उस लड़की की मदद करता है और उस अनजान शख्स को उठाकर वहां से ले जाते हैं । जैसे ही उस अनजान शख्स को उठाकर वहां से ले जाया जाता है ,,  तभी उस अंधेरी रात में अंधेरे बादलों के बीच में एक अजीब सी लाल रोशनी चमकने लगती है और पूरा आसमान लाल रंग की रोशनी से जगमगा उठता है और अचानक ही एक लाल रंग की बिजली आसमान से चमकते हुए उस बस के ऊपर आ - गिरती है और एक बहोत बड़ा धमाका हो जाता है उस बिजली के धमाके से बस के आजू-बाजू जितने भी लोग घायल अवस्था में खड़े और बैठे होते हैं वह सारे उस लाल बिजली की चपेट में आकर मारे जाते है ।।


" तभी अचानक उस धमाके से लगी हुई आग के भीतर से एक लाल और काले रंग का लिबास पहने एक शख्स चलते हुए बाहर आता है और अपनी खून से शुर्क आँखों से चारों तरफ देखता है ।।


" बिजली के इतने बड़े धमाके के बाद कुछ लोग घायल होकर भी दर्द से चिल्ला रहे होते हैं तभी वह लाल लिबास पहने शख्स मुस्कुराते हुए उन घायल लोगों को देखकर अपनी आंखों से लाल रंग की लेसर बीम निकालते हुए उन सारे लोगों को जलाकर राख कर देता है और अपने दोनों हाथों को ऊपर उठा कर जोर से चिल्लाता है ।।


  ____" लाल लिबास वाला अनजान शख्स  "______


" कहां हो तुम ,, तुम कही भी छुप जाओ लेकिन मुझसे बच नहीं पाओगे ,, मैं आ गया हूं ।।



More Books by Dikhawa| यही सच्चा धर्म है | Chanakya

1
Articles
A_superhero || एक सुपर हीरो
0.0
सत्य - असत्य के दो आधार एक अंधेरा तो दूसरा रोशनी की पुकार : - यह कहानी ऐसी ही दो महान शक्तियों की महान गाथा हैं। कहानी हैं, ये जानूँ'ए इश्क़ की जिसे महोब्बत से तराशा गया इस कहानी के कहीं पहलू होने के बावजूद भी कहानी का एक नायक नहीं बल्कि दो दो नायक है ? दोनों की शक्तियों का एक ही रहस्य लेकिन एक बना तबाही का हथियार तो दूजा बना उस हथियार को रोकने वाला एक औजार जिसे नाम मिला "सुपर हीरो"