*यह विज्ञान का सिद्ध सिद्धांत है, जहाँ क्रिया होगी, वहाँ प्रतिक्रिया अवश्य होगी और जहाँ सच्चाई ढ़कने के लिए विज्ञापन होगी, वहीं सच्चाई को प्रकट करने के लिए विज्ञान ही होगा !*
कुछ दिन पहले हमारे देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण विदेश में जाकर यह कहा था, कि *रूपये* कमजोर नही हुआ है बल्कि *डॉलर* मज़बूत हुआ है। विदेशी अख़बारनवीसों के सामने दरअसल यह उनका सच्चाई को ढ़कने - तोपने के लिए किया गया कुतर्क था, देखिए जहाँ *कुतर्क* था वही से सच्चाई को प्रकट करने वाला *तर्क* निकलकर सामने आया और इस सच्चाई को प्रकट करने वाले कोई और नही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पतिदेव पराकला प्रभाकर हैं। *क्या कहतें पराकला प्रभाकर ( जो कि एक प्रख्यात अर्थशास्त्री भी है ) -* सत्ता और सत्तारूढ़ दल आज तानाशाही पर उतर आई है। पराकला प्रभाकर आगे कहते है, अर्थव्यवस्था को खतम करने के लिए सत्ता दल एक नई मुहिम चला रही है। शासन के मानदंडों का उल्घन हो रहा है, इस देश में संसदीय प्रक्रियाओं का अनादर हो रही है। कोरोनाकाल मे महामारी को बढ़ावा दिया गया था। देश को संघी ढ़ांचा मे डाला जा रहा है। अर्थव्यवस्था का ग्राफ लगातार नीचे चला जा रहा है।
*फिलहाल पति सत्य के साथ, पत्नी सत्ता के साथ