Meaning of मौसम in English
- Of or pertaining to the atmosphere and its phenomena, or to meteorology.
- One of the divisions of the year, marked by alternations in the length of day and night, or by distinct conditions of temperature, moisture, etc., caused mainly by the relative position of the earth with respect to the sun. In the north temperate zone, four seasons, namely, spring, summer, autumn, and winter, are generally recognized. Some parts of the world have three seasons, -- the dry, the rainy, and the cold; other parts have but two, -- the dry and the rainy.
- Hence, a period of time, especially as regards its fitness for anything contemplated or done; a suitable or convenient time; proper conjuncture; as, the season for planting; the season for rest.
- A period of time not very long; a while; a time.
- That which gives relish; seasoning.
- To render suitable or appropriate; to prepare; to fit.
- To fit for any use by time or habit; to habituate; to accustom; to inure; to ripen; to mature; as, to season one to a climate.
- Hence, to prepare by drying or hardening, or removal of natural juices; as, to season timber.
- To fit for taste; to render palatable; to give zest or relish to; to spice; as, to season food.
- Hence, to fit for enjoyment; to render agrecable.
- To qualify by admixture; to moderate; to temper.
- To imbue; to tinge or taint.
- To copulate with; to impregnate.
- To become mature; to grow fit for use; to become adapted to a climate.
- To become dry and hard, by the escape of the natural juices, or by being penetrated with other substance; as, timber seasons in the sun.
- To give token; to savor.
Meaning of मौसम in English
Articles Related to ‘मौसम’
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- मौसम का मजा
- #poetry कितना अजीब है, मेरा मेहबूब,
कांटे लगाकर कहता है गुलाब आयेंगे,
चुल्लू भर पानी में शैलाब आयेंगे,
बिछड़कर मुझसे केहता है याद आयेंगे,
बरस रहा है मोहब्बत का सावन और
वो केहता है मौसम के बाद आयेंगे ।।
वक़्त गुजार रही हूँ तन्हाइयों मे,
मेरा हैंडर्ड मुस्कुराता हुआ कहता है
और अतायेंगे...
मिलना है कहकर मिलने नही आयेंगे ।।
इस कदर हम याद तुझको आयेंगे
तेरे जिशम् के रग रग में बस जायेंगे,
गर जुदा करना चाहा खुदसे मुझको,
जायेंगे तुमसे दूर मगर
जिस्म से रूह जस जायेंगे ।।
कोई जबाब नही देता मेरे खत का
कहता है बस... यही ज्ञान आयेंगे,
कांटे लगाकर केहता है गुलब् आयेंगे,
चुल्लू भर पानी में शैलाब आयेंगे ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #poem #writer #sad #virals #new #love #life #poetrylovers
- #poetry शिर्षक:"देखो,आज मेरी तबियत कुछ उदास है "
देखो, आज मेरी तबियत कुछ उदास है,
आवाज नहीं आ रही, गले मे खरास है ।
देखो बेदिली, ये मौसम पल मे है बदल रहा,
हो रहा है असर, सारा बदन बदहवास है ।
किसी की चाहत है भरी दिल मे,
और लगता है वो कहीं आस- पास है ।
कहीं तो कमी है किसी की, बस यु लगता है
की, बिन उसके, जिंदगी उदास है ।
दिल नही लगता अब कहीं, जीश्म का
तापमान ,सामान्य से कहीं उपर है ,
यू लगता है की यह प्रीत की प्यास है ।
मन हैरान- परेशान, क्या है समाधान,
जी मे जागृत एक अनजाना एहसास है ।
जो ओढ़ना चाहता है यह बदन,
वह एक अनोखा कीमती लिबास है ।
देखो, आज मेरी तबियत कुछ उदास है,
आवाज नहीं आ रही, गले मे खरास है ।
~ Author Munna Prajapati
#sad #love #inking #virals #pening #post #PostViral #poem #poetrylovers #writing #writer
- #lyrics ओ रे पिया.... अब आजा रे...
अनजान कोई यूँ आया रे,
कैसे वो दिल मे समाया रे...
कुछ दिन बीते रात भी बीते...
फिर नजरी नी आया रे....
ओ रे पिया.. अब आजा रे... ।
तोहे खोजत कई मौसम बीते,
गुजर गए कई लमहे अनूठे...... २
रिम झिम बरसत प्रेम सावन आया रे
ओ रे पिया.... अब आजा रे.... ।
तड़प रहे हम यहाँ प्रेम बिरह मे ,
चल दिये तुम कमाने शहर में... २
कैसे बीते रतिया तनिक ना सोचा
क्या खूब तुमने प्रीत निभाया रे..
ओ रे पिया...... अब आजा रे... ।
देखत रहतिया मोर उमरिया बीते,
सांझ तले मोर नजरिया भीगे... २
सांच बता मोहे रचित पिया
क्यूँ मुझको तू रुलाया रे....
ओ रे पिया.... अब आजा रे... ।
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #lyrics #hindi चलो चलें कहीं दूर हम....
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम...
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम...
इश्क़ से बने इश्क़ मे पले फिर भी
जाने क्यूँ आशिकि से जलता है जहाँ..
जुदा हुए गर जो हम, मर जायेंगे हमदम
खुदा की कसम हमे इश्क़ है बेपनाह.....।
आशिकों की जान लेती है ये दुनिया बेरहम....
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम.... ।
खुल के नाचे गायें इन वादियों मे
मोहब्बत के लिए मौसम सुहानी है..
बीत ना जाए जवानी के दिन, बहोत
छोटी सी जिंदगानी है..... ।
संभलना कहीं फिसल ना जाए अपने कदम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम..... ।
उम्र भर हम उड़ें इन बादलों के तले
इश्क़ समंदर ना कोई किनारा हो...
फूल खिले गुलशन मे, कहीं
मदभरी फिज़ाओं का इशारा हो..... ।
आखिरी सांस तलक साथ रहें,
मिले साथ फिर अगले जनम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम.... ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ. प्र.)
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #poetry शिर्षक:" वो सबक थी मेरी जिंदगी का "
एक खूबसूरत, रंग बिरंगी तितली,
फूलों से उड़कर, मेरे जिशम् को
छुकर, उड़ गयी ।
जाने किस तरह, मेरी निगाहों से,
मेरे दिल में उतरकर, मुझसे,
मेरे सपनों से जुड़ गयी ।
खूब हसाती, बिलखाती, प्यार जताती,
हर पल, मेरे दिल के बाग़ीचे मे बिहार करती ।
मुझे लगा, फल है मेरी ,किसी बंदगी का,
मुझे लगा ये मेरी मोहब्बत है,
लेकिन वो सबक थी मेरी जिंदगी का... ।।
जाने क्या हुआ, जलता चराग़ धुआ हुआ,
जाने कैसी हवा लगी,
किस मौसम ने उसको छुआ ,
एक पल मे कोई अपना, सपना हुआ,
जाने कहाँ छिप गयी जाकर, एक उम्र तक
मेरी नजरों को तड़पना हुआ ।
कोई बहकाया या बहक गयी,
किसी और के बाग़ीचे मे जाकर, चेहेक गयी ।
रंग उतर गया मेरे चेहरे से, आशिकी का
मुझे लगा ये मेरी मोहब्बत है...
लेकिन वो सबक थी मेरी जिंदगी का ।।
मै अकेले अंधेरों मे, खामोश रहा,
उसकी वेदना मे मदहोश रहा ।
मैने सदिओं बाद, कलम कागज से साथ की,
दिल की हर बात लिखा, और फिर
खुद से बात की ।
अभी तक कोई इश्क़ का पैग़ाम नही आया,
वो मिटा ही नही, जो रंग दिल मे समाया,
दर्द, खामोशी, सबर, चिखना, सिसकना,
मैने बहोत कुछ सिखा...
जो कुछ भी मेरे हिस्से मे आया ।
मुझे लगा, वो मौजूदगी है मेरी, गैर मौजूदगी का
मुझे लगा, वो मेरी खुदा की इबादत है...
लेकिन नहीं.....
वो सबक थी मेरी जिंदगी का... ।।
Author Munna Prajapati #love #life #sadlife #sad #post #poetrylovers #poem #poetrychallenge #viralpage #writing #writes
- #lyrics #hindi आओ चलें कहीं दूर...
M- F- आओ चलें कहीं दूर चले.. जहाँ
हम हो तुम हो... और कोई दुजा ना मिले...
बड़ी मुश्किल से आया है प्यार का सावन...
बरस जाने दो.. के हम मिले.. दो फुल खिले...
आओ चलें कहीं दूर चले.. जहाँ...
हम हो तुम हो.. और कोई दूजा ना मिले......
F- आ तो सही देख जरा, मौसम है कितना सुहाना,
तेरे मेरे प्यार का अब तो, बन गया अफसाना,
M- आजा मै तुझे ,अपनी बाहों मे भर लूँ..
दिल है बेचैन, जी भर के प्यार तुझे कर लूँ...
F- हम हैं प्यार के पंछी सजन, चलते रहेंगे सदा,
यूही दिलों के शीलशीले...
M- F - आओ चलें कहीं दूर चलें.. जहाँ..
हम हो तुम हो.. और कोई दुजा ना मिले... ..
M- हम चल रहें हैं वहाँ, जहाँ
बस इश्क़ की बात हो,
बसायें एक नयी दुनिया,खिले वो गुल
जहाँ, हमारी मुलाकात हो,
F- एक तेरे प्यार की खातीर सजना,
मैंने छोड़ा है जमाना...
कहीं बिछड़ ना जाये हमसे हमदम,
आखिरी साँस तक साथ निभाना..
M- तु है रूह से जुड़ी, ये उम्र है तेरी,
सजनी.. गर मिले जिंदगी तेरे संग मिले...
F-M- आओ चले कहीं दूर चलें.. जहाँ..
हम हो तुम हो.. और कोई दुजा ना मिले....
✍️ Author Munna Prajapati
#virals #songwriter #songlyrics #songs #post #love #himeshreshammiya #viralpost2024
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहतें हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- आलू के दिन प्रतिदिन बढ़ते दाम के कारण तथा निवारण
- सावन की प्यास
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