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मुक्तक बहुत नुकसान सहना पड़ रहा है गधों के साथ रहना पड़ रहा है जरूरत आ पड़ी है चोंच साहब गधे को बाप कहना पड़ रहा है .. .. .. .. .. ... ..................... पूछा बिल्ली ने कल ये जेलर से जेल में उनको आप भर देंगे ? चंद कुत्तों ने दी मुझे धमकी मॉब लिंचिंग तुम्हारा कर देंगे .................................... खा चुके धोखा बहुत अब नहीं खाया जाये अक़्ल कहती है कि अब होश में आया जाये ये हैँ जासूस या मुजरिम इन्हें समझूं कैसे ? अब तो कुत्तों का भी डीएनए कराया जाये ...................................... गर जान भी गवानी पड़े इसका ग़म नहीं करते हैँ वफादारी, वफादारी करेंगे ग़ुस्से में कहा घोड़े ने ऐ चोंच जी सुनिए हम आदमी नहीं हैं जो ग़द्दारी करेंगे .......................................... कहा यह तोता ने ये भी कमाल कर देगा ज़माने भर में ये क़ायम मिसाल कर देगा तुम्हें खबर नहीं पकड़ा है मुझको मुफ़्ती ने लगा के फतवा मुझे भी हलाल कर देगा ....................................... कभी भी फ़िक्र हरामो हलाल मत करना ज़माने वालों का हरगिज़ ख्याल मत करना है हक़ पड़ोसी की चीजों पे हर पड़ोसी का कभी खरीद के मुर्ग़ा हलाल मत करना .. .. .. .. ... ... मेरा यक़ीन पुख्ता है उनके गुमान से इसको मिटा न पायेगा कोई जहान से उन जाहिलों को जाके बता दीजियेगा चोंच शैतान भागता है हमेशा अज़ान से __________________________ वो चाहते हैँ देश की अब सारी बेटियां नंगी दिखें या जिस्म पर आधा लिबास हो यह हाल हो गया है अब अपने वतन में चोंच नंगे करेंगे फ़ैसला कैसा लिबास हो __________________________ क़ौम सोई हुई है, सोने दो अपनी जोखिम में जान मत देना अपने मुर्गे से ये मुर्गी बोली सुबह उठकर अज़ान मत देना __________________________ कहा नेता ने अपनी यूनियन से मिलें मालिक से देखें क्या करेगा ज़बान से

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