Meaning of लूट in English
- A stripping or plundering; spoliation.
- The act of plundering.
- Plunder; booty; especially, the boot taken in a conquered or sacked city.
- To plunder; to carry off as plunder or a prize lawfully obtained by war.
- To take the goods of by force, or without right; to pillage; to spoil; to sack; to strip; to rob; as, to plunder travelers.
- To take by pillage; to appropriate forcibly; as, the enemy plundered all the goods they found.
- The act of plundering or pillaging; robbery. See Syn. of Pillage.
- That which is taken by open force from an enemy; pillage; spoil; booty; also, that which is taken by theft or fraud.
- Personal property and effects; baggage or luggage.
- of Plunder
- The act of plundering; robbery; deprivation; despoliation.
- Robbery or plunder in war; especially, the authorized act or practice of plundering neutrals at sea.
- The act of an incumbent in taking the fruits of his benefice without right, but under a pretended title.
- A process for possession of a church in a spiritual court.
- Injury done to a document.
- To hang or move, as something loose and heavy; to sway; to swing.
- To sink down by its weight; to sag.
- A swaying, irregular motion.
- A burglar's or thief's booty; boodle.
- That which is seized by violence or obtained by robbery, especially collective spoil taken in war; plunder; pillage.
Meaning of लूट in English
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- #lyrics #bhojpuri दिल के महफ़िल....
लूट लिहलु दिल के ,महफ़िल ए जान
चलवलु अईसे नैना के बान.. २
आरे सुघर जवनिया ई गजबे...
कर ना पायी केहु बाखान...
लूट लिहलु...... चलवलु अईसे.......
कारी रे अखियाँ कारी काजारावा,
भऊहा धनुहिया कमान हो,
मन करे देखत रहीं हम तोहके,
हटवले ना हटे धेयान हो.... २
तोहरे के नीरेखे मे हाय... हो गईल बिहान....
लूट लिहलु दिल के,महफ़िल ए जान..
चलवलु अईसे नैना के बान....
रुपवा शलोना ए मोर सोना, लागे
धरती प उतरल बा चान हो,
कवन दावायी हम लेके खाईं, भईल
पिरीतिया शयान हो... २
खिल गईल अचके मे...हयी दिल के बागान...
लूट लिहलु दिल के,महफ़िल ए जान..
चलवलु अईसे नैना के बान...
गोर बदनिया चमके चंदनिया, मारे
लचक् कमरिया के जान हो,
चढ़ल उमिरिया बाटे हो गोरिया,
बानालs रचित के तू मेहमान हो.... २
नाहीं हुश्न पे एतना... करs हो गुमान..
लूट लिहलु दिल के,महफ़िल ए जान...
चलवलु अईसे नैना के बान...
आरे सुघर जवनिया ई गजबे...
कर ना पायी केहु बाख़ान...
लूट लिहलु...... चलवलु अईसे.....
✍️ Author Munna Prajapati
#love #truth #virals #songs #songlyrics #songwriter #page #post #pawansingh999
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- #lyrics #hindi जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है..
जो बीत गया ,, वो क्यूँ याद रखा है,
जो दिख रहा है.. वो प्यार नही है
ये लबों की हंसी, ऐ मेरे हमनशीं..
और कितनो को, हमारे बाद रखा है ...
जो बीत गया.....
देखो तो जरा ,इन झूठी अखियोन मे,
छुपी है फरेब इसकी, हर बतियों मे...
कहा था हमसे, हम तो बस तुम्हारे हैं,
झाक कर जो देखा दिल मे उसके,
आशिक़ों की लंबी कतारें हैं.... ।
आशियाना लूट कर खुद को, आबाद रखा है...
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
ना पेह्चान सके हम, फिसल गए उस
हंसिन चेहरे पर,
ना रोक पाया हमने , लगाया खुद को
उसके पेहरे पर....
कहा था हमसे, बस तुम हो एकलौते,
इस दिल के हक़दार,
बनाया उसने मुझे, अपने हुश्न का
पहरेदार... ।
जाने कितनों का लूट कर ,जायदाद रखा है.....
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है......
किसी से कुछ कह भी नही सकते,
कितना रोतें हैं अंदर ही अंदर मे...
मेरा मेहबूब मेरा ना निकला,
कस्ती हमारी डूब गयी समंदर में.. ..
समंदर भी ना रख सका अपने अंदर,
किनारों पर छोड़ गया जिश्म से जान लेकर...
लूट गया एक बंदा होकर इश्क़ मे अंधा,
क्यूँ बदनाम करूँ मै उसको, बेवफ़ा नाम देकर.... ।
हमने तो प्यार के पंछी को आजाद रखा है.....
और कितनों को हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकार्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
- #lyrics #ghazal कहीं खो गया मै....
ना रहा मेरा कोई खबर,
नहीं था झुकाना निगाह मगर,
मै तो सो गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... .. हाँ...
चलता रहा देखकर उसकी तरफ,
अंजाना ना जाना ये मुझे मगर,
जाने क्या हो गया....
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... हाँ....
देखता रहा मै शौख हुश्न चमन,
हसीन है ऐसी राह मगर,
सब कुछ लूट गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया..... हाँ...
किनारों से कब बीच में पहुँचा,
खिचता रहा अपनी ओर लहर,
मै तो जल तल का हो गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... हाँ...
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेकर, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- #poetry शीर्षक: "अपने हुश्न के व्यापार में... सफल हो गया कोई "
बड़ी मजा आता है खामोश रहकर,
किसी की होशियारी को देखने में ।
प्यार बढ़ता है किसी को ,
ना बताकर प्यार करने में ।
बड़ा अच्छा लगता है,
किसी के खातिर खुद को तबाह करने में ।
खुशी होती है बहोत खुद को,
किसी के लिए सवारने में ।
बहोत अच्छी बात है, एक से अधिक
लोगों को बचाकर, खुद एक को मारने में ।
मोहब्बत में मुलाकात वही है,
जो हो.. दो जीश्म एक जान करने में ।
किसी को मन का जख्म मत देना,
एक उम्र लगती है भरने में ।
ये इश्क़ आग का दरिया है, सच मे
कोई जल गया है इसको पार करने में ।
मेरा इश्क़ मुकम्मल ना हो सका,
मैने देर कर दिया इजहार करने में ।
ये तुम कभी भूलकर भी मत करना,
मै बिखर गया प्यार करने में ।
मेरी दौलत लूट गयी,
किसी का श्रृंगार करने में ।
सफल हो गया कोई, दिल के बाजार में,
मुझसे मोहब्बत के आड़ में,
अपने हुश्न के व्यापार मे.. सफल हो गया कोई ।।
✍️ Author Munna Prajapati
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- #ghazal झुटा है हर सवाब यहाँ....
किससे तालुक रखे,किससे दिल लगाएं कोई,
झुटा है हर सवाब,फरेब छुपाये हुए सोए कोई ।
हम तो वफा करते मगर ,आपने ही दफा किये.. ३
बेजूबा हुए हमको बुलाये कोई....
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई...
जला है घर अपना, धुआँ भी कहीं नजर नहीं आता... ३
जले दरख़्त आरे बुझाए कोई...
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई....
हम भूल बैठे के अपना, नहीं है यहाँ अपना कोई.... ३
लूट गए कितना समझाए कोई....
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई....
काश वो मुलाकात ,उनसे फिर एक बार हो जाए... ३
काश सच से अवगत कराये कोई...
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई.....
सूझ बुझ से जरा थम के, कोई भी रिश्ता बनाना साथी... ३
लुभायेंगी बड़ी अदा - ए कोई....
झुटा है हर सवाब, फरेब छुपाए हुए सोए कोई
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई..... ।
~ मुन्ना प्रजापति
सवाब = पुण्य
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- #lyrics #bhojpuri ए सखी भीतरी के शोर...
आरे केतनो ले कईनी हम माना हो,
पिया धइले ना दम एको आना हो... २
राते से बथे कमरिया हामार
भइल बा मानावा थोर........
ए सखी भीतरी के शोर..... २
कईसे सुनायी पियावा समझे ना मोर.... २
आरे पहिले पहिल खुलल बा, हामारा
दिल के दरवाजा,
मुआना बुझे ना ई बतिया ,देला
बहुते उ साजा... २
उ तs रात भर जागे जगावेला,
जरे ढेबरी उ नाहीं बुतावेला.... २
उखी- मुखी करे मानवा, धानावा
लूट लिहले बनके चोर......
ए सखी भीतरी के शोर...२
कईसे सुनाई पियवा समझे ना मोर.... २
अबहीं बाटे कांचे उमरिया, दिल
नादान ए सखी,
फ़ुटल किश्मतिया पियवा, मिलल
बेईमान ए सखी.... २
धीर धरे ना हिक भर करेला,
नाहीं करीं तs हमसे उ लड़ेला... २
आरे सहत् सहत् मोर रचित बलमुआ
हो गईनी हम कमजोर.....
ए सखी भीतरी के शोर...... २
कईसे सुनाई पियवा समझे ना मोर.... २
~ मुन्ना प्रजापति
#life #writing #song #songlyrics #songwriter #lyricssongs #viralsong #virals #singer #singing
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- एक रेड लाईट एरिया मे क्या खूब बात लिखी पाई गई :
"यहाँ सिर्फ जिस्म बिकता है,
ईमान खरीदना हो" तो अगले चौक पर
*पुलिस स्टेशन" हैं💯
.
आप चाहते हैं, कि आपकी तानाशाही चले
औरकोई आपका विरोध न करे
तो आप भारत में
*न्यायाधीश* बन जाइये !💯
.
आप चाहते हैं,
कि आप एक से बढ़कर एक झूठ बोलें
अदालत में, लेकिन कोई आपको सजा न दे,
तो आप *वकील* बन जाइये !💯
.
कोई महिला चाहती हो
कि वो खूब देह व्यापार करे
लेकिन कोई उनको वेश्या न बोले,
तो बॉलीवुड में *हिरोइन* बन जाये !💯
.
आप चाहते हैं,
कि आप खूब लूट मार करें,
लेकिन कोई आपको डाकू न बोले,
तो आप भारत में *राजनेता* बन जाइये !💯
.
आप चाहते हैं,
कि आप दुनिया के हर सुख मांस,मदिरा,स्त्री
इत्यादि का आनंद लें,
लेकिन कोई आपको भोगी न कहे,
तो किसी भी धर्म के *धर्मगुरु* बन जाओ !💯
.
आप चाहते हैं,
कि आप किसी को भी बदनाम कर दें,
लेकिन आप पर कोई मुकदमा न हो,
तो मीडिया में *रिपोर्टर* बन जाइये !💯
.
यकीन मानिये कोई आप का बाल भी बाँका
नहीं कर पाएगा. भारत में, हर *"गंदे"* काम के
लिए एक *वैधानिक पद* उपलब्ध है,
इसीलिए *मेरा भारत महान* है..!!💯
🙏🙏🙏🙏💯
जय हिंद 🇮🇳
Writer : unknown
Post from quora , google
- 🇮🇳🇮🇳#HappyIndependenceDay #indian #lyrics इसे आजाद रखना... 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳जय हिंद
आप सबसे कुछ नहीं है कहना,
हम सबको मिल जुल कर है रहना - २
तिरंगे का लाज रखना.. ..
फुट मत होने देना, याद रखना,
सब कुछ खोकर भी, इसे आजाद रखना... ..... ।
तुमने कुछ तो हमने भी कुछ,
हम सबने बहोत कुछ खोया है...
पूत का लथपथ लाश को लेकर,
हमारी माओं ने कितना रोया है.... २।
अब तुम ,भूल मत जाना,
ना तुम, अपनो का खून बहाना,
ये जमी फिर लहू लुहान ना हो,
प्रीत से सिच कर,, आबाद रखना...
सब कुछ खोकर भी, इसे आजाद रखना.... ।
ये धरती है सोने की चिड़िया,
है कीमती एक कण भी नही खोना... २
हम भारत वासी हैं एक बंद मुट्ठी,
शान है ये जान हमारी नहीं कोई खिलौना... २।
भगत सिंह का सूली चढ़ जाना,
जोश बोस का डटकर आगे बढ़ जाना,
हमे आपस में लड़ाकर ही गुलाम किया
फिर कोई ना लूट जाए,,
ये जहाँ हमेशा जिंदाबाद रखना....
सब कुछ खोकर भी, इसे आजाद रखना...।
✍️ Author Munna Prajapati
आप सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.. 🙏🇮🇳 जय हिंद जय भारत
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद... हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
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- #lyrics #hindi कोई खुश है दील दुखाने मे....
कोई खुश है बहोत इस
दिल को दुखाने मे,
बस एक ही शवाल है जमाने में,
कोई क्या जाने
शुकुन मिलता है मयखाने में...
दो घुट उतरे और रात गुजर जाती है
शाराब को जेहेन से लगाने मे....
कोई खुश है बहोत इस
दिल को दुखाने मे.... ।
मन का घर है जल रहा, निर बरसे
नयन, दहले आग ना बुझ पाए...
क्यु लूट गया मेरा ये चमन, सोचना
चाहे पर, कुछ ना सूझ पाए..... ।
बाग मे कोई फुल खिला ,ना
वक़्त भी लगा बिखर जाने मे...
कोई क्या जाने
शुकुन मिलता है मयखाने मे...
कोई खुश है बहोत इस
दिल को दुखाने मे... ... ।
ये किससे दिल को लगा बैठे, छत
झूठी दीवारों पर टिका बैठे...
खुशियों के दिन बोले थे, वो कैसे
रूठे दिन दिखा बैठे.... ।
रचित इश्क़ ना करना इस जमाने मे...
कोई खुश है बहोत इस
दिल को दुखाने मे.....
बस एक ही शवाल है जमाने मे,
कोई क्या जाने
शुकुन मिलता है मयखाने में...
दो घुट उतरे और रात गुजर जाती है
शराब को जेहेन् से लगाने मे....
कोई खुश है बहोत इस
दिल को दुखाने मे....... ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ.प्र.)
#writer #life #virals #pawansingh999 #shilpiraj #song #songreels #songlyrics #songwriter #himeshreshammiya
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- #poetry "१५ अगस्त.... "
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया,
जिसने जाती और मजहब मे
लोगों को उलझा कर रखा है ।
उसने हमेशा बतलाया है के तुम बड़े हो,
तुम्हे बड़ा होना चाहिए और
सबसे आगे होना चाहिए,
तुम हिंदू हो तुम मुश्लिम हो
तुम सिख हो तुम ईसाई हो,
और आज मंच पर, कुछ लोगों के बीच
कह रहा था के हम भारत वासी एक हैं ।
जो अपने फायदे के लिए अपनी
शान के लिए, अपने पद के लिए
जाने कितनों को मौत के घाट उतार दिया होगा!
वह शख्श आज मंच पर, तिरंगे के सामने
इस देश को मजबूत बने रहने का
शिक्षा दे रहा था ।
जो हमेशा लोगों को कम शिक्षित
रखने का उपाय ढूंढता रहा, वह
आज मंच पर विद्यार्थियों के सामने
उच्च शिक्षा पाने की हौशला दे रहा था ।
कुछ शहीदों के बारें मे, उनका चरित्र
चित्रण कर रहा था, अल्पज्ञ लोगों को
समझा रहा था, आजादी कैसे हुयी
इसकी गाथा सबको सुना रहा था जिसने
अपने कर्मों का किताब कहीं
छुपा कर रखा है ।
बहोत बड़ी बड़ी बातें की उसने,
वह सब उसकी जुबानी थी, और
सच तो ये है की वह सब किसी की
लिखी हुयी कहानी थी ।
उसने ये नही कहा कि अस्पताल में,
मरीजों (गरीबों ) को क्यूँ रुलाते हो,
उचे पद पर बैठकर लूट पाट क्यूँ मचाते हो,
किसी मशले को हल करने मे
इतना वक़्त क्यूँ लगाते हो ।
वो लोग भी क्या अजीब थे
जो उसके चिकनी बातों के करीब थे,
तालियां बज रही थी, जय हिंद के
नारे भी लग रहे थे परंतु.....
हिंदुस्तान को जिताने का या फिर
जश्न ए जीत का भाव किसी के
दिल मे नहीं था ।
सब इसी मे डूब गए, के, कब, कैसे
और किसने आजादी दिलायी,
कितनी मुशक्कत् स्वतंत्रता सेनानियों ने
उठायी... बस इन्ही सब बातों पर
हम सबको फुसला कर रखा है ।
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया, जो
इस जमी का खाता है, इसी जमी पर
रहता है, हम लोगों के बीच जीता है मगर
भला सिर्फ अपना सोचता है,
मै भी चाहता हूँ,
आजादी की शुभकामनाएँ दूँ... पर
किसे दूँ.... किसे....... 😥
✍️ Author Munna Prajapati
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