समय लेकर पढ़े और जरा सा विचार करें--🙏
किसे गलत कहूँ मै
और किसे सच्चा कहूँ,
सब गलत है और सब बुरे भी l
हमे जो करना चाहिए
जिससे हमारे समाज में
कुछ उन्नति हो लोगों
की सोच मे उन्नति हो
वो तो हम करते नही हैं l
जहाँ देखो लोग बुराईयों का ही
बढ़ावा दे रहे हैं l
हम हजार सही कार्य करें
उसका कोई उल्लेख, कही कोई
चर्चा नही की जायेगी l
सब लोग उसे अनदेखा कर देते हैं
परंतु ऐसा नही करना चाहिए l
और वहीं कोई एक गलती से
कोई गलती हो जाय, लोग
सुगंध की तरह फैलते देर नही लगती l
लोग इसका इतना बढ़ावा देते हैं कि
किन शब्दों में कहूँ कुछ कहा नही जाता l
लोग ये भूल जाते हैं के हम समाज मे
जिस बात का अधिकतम उल्लेख करतें हैं
समाज के लोगों मे भी उसी प्रकार का विचार
उत्पन्न होती है l
समाज और लोगों के विचार को
खराब करने का यह बहोत बड़ा कारण है l
लोग समझते ही नही के जो बुराईयां हम
किसी का किसी से कह रहें हैं उसका
उस पर क्या असर होगा l
हम अपने समाज में लोगों के मस्तिस्क मे
जहर हम खुद ही कर रहे हैं l
अभद्रता, दुर्व्यवहार, नग्नता,
अस्लिलता इत्यादि को दिखाकर, उस पर
चर्चा कर, उसकी प्रचार प्रसार कर l
हम जो बातें समाज में करतें है वही बातें लोगों
के मन मे भी उत्पन्न होती हैं l
हम अच्छे कार्यों का प्रचार प्रसार तथा
चर्चा करें तो हम लोगों के मन मे भी
शुद्धता भर सकते हैं वरना ये दुनिया
यू ही चलती रही तो एक दिन जहर हो
जायेगा सब कुछ... l
इसलिए मेरी सब से हाथ जोड़कर
अनुरोध है कि समाज की जो भी बुरी चीजें हैं ,
गलत बातें हैं उसका चर्चा न करके उसे दबाकर
कुछ अच्छी बातों का बढ़ावा दे l
जिससे समाज और लोग स्वछता हाशिल करें l
देखते देखते हमारी नयी पीढ़ी खराब होती
जा रही है l
✍️ Author Munna Prajapati